भाषा अकैडमी के डिप्टी चेयरमैन अतुल राय का निजी नर्सिंग होम में निधन, उत्तर बंगाल में शोक की लहर

उत्तर बंगाल कामतापुर पीपुल्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कामतापुर भाषा अकैडमी के डिप्टी चेयरमैन अतुल राय का बुधवार को एक निजी नर्सिंग होम में निधन हो गया। निधन की खबर खेलते हैं केपीपी पार्टी नेताओं और समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 06:08 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 06:08 PM (IST)
भाषा अकैडमी के डिप्टी चेयरमैन अतुल राय का निजी नर्सिंग होम में निधन, उत्तर बंगाल में शोक की लहर
कामतापुर पीपुल्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कामतापुर भाषा अकैडमी के डिप्टी चेयरमैन अतुल राय

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल कामतापुर पीपुल्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कामतापुर भाषा अकैडमी के डिप्टी चेयरमैन अतुल राय का बुधवार को एक निजी नर्सिंग होम में निधन हो गया। निधन की खबर खेलते हैं केपीपी पार्टी नेताओं और समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया। दार्जिलिंग के सांसद और भारतीय जनता पार्टी के विधायक आनंदमय बर्मन ने कहा कि अतुल राय का इस प्रकार चले जाना कामतापुरी समाज के लिए एक बड़ी क्षति है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर सिलीगुड़ी नगर निगम के  प्रशासनिक  बोर्ड के अध्यक्ष गौतम देव  नर्सिंग होम पहुंचकर केपीपी नेता अतुल राय को अंतिम श्रद्धांजलि दी। अतुल राय को अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचे गौतम देव ने कहा अतुल राय उनके काफी घनिष्ठ थे। उनके निधन से वे  मर्माहित हैं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। 22 मई को वे कोरोना संक्रमित हुए थे शुरुआत में उन्हें सिलीगुड़ी के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था जहाँ उनकी हालत बिगड़ने पर माटीगाड़ा के एक नर्सिंग होम में उन्हें रेफेर कर दिया गया। बुधवार दोपहर को इलाज के दौरान करीब 1.30 बजे उन्हें अंतिम साँस ली।

अतुल राय के निधन से पूरे शहर में शोक का माहौल है। इसके अलावा, कामतापुरी प्रोग्रेसिव पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों सहित परिवार के सदस्य भी आज पार्टी नेता को अंतिम विदाई देने अस्पताल पहुंचे बाद में उन्हें सिलीगुड़ी के निकट साहुडांगी श्मशान घाट के लिए रवाना कर दिया गया।  

उत्तर बंगाल में अलग राज्य आंदोलन के उग्र नेता थे अतुल राय

अतुल राय कांतिपुर अलग राज्य  आंदोलन के उग्र नेताओं में अग्रणी थे। वर्ष 1999 से 2003 के बीच केएलओ के सशस्त्र आंदोलन के पीछे इनका अहम रोल माना जाता रहा है। इनका संपर्क झारखंड बिहार दिल्ली असम के कई शीर्ष नेताओं से रहा था। बुद्धदेब भट्टाचार्य, ज्योति बसु, नक्सली नेता कानू सान्याल, माकपा नेता अशोक नारायण भट्टाचार्य तथा कांग्रेस के ज्यादातर शीर्ष नेताओं के साथ इनका सीधा संपर्क था।

2003 में भूटान में चलाए गए ऑपरेशन ऑल आउट के बाद केएलओ उग्रवादियों को राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने के लिए इनकी अहम भूमिका रही। उत्तर बंगाल में किसी भी चुनाव में इनके मदद के बिना कोई भी राजनीतिक दल अपनी जीत हासिल कर पाने में नाकाम रही थी। उत्तर बंगाल के राजवंशी समाज के किसी भी समस्या के लिए यह सरकार के बीच कड़ी के रूप में काम करते रहें थे।

chat bot
आपका साथी