Fake Currency: ट्रक के टायर में छिपा कर ले जा रहे 12 लाख जाली नोटों की तस्करी नाकाम
Fake Currency. पश्चिम बंगाल में ट्रक के टायर में छिपा कर ले जा रहे 12 लाख जाली नोटों के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
मालदा, संवाद सूत्र। Fake Currency. बीएसएफ व स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) कोलकाता ने वीरवार को ट्रक के टायर के भीतर से 12 लाख के जाली नोट जब्त किए हैं। सभी नोट 500-500 के थे। सौ-सौ के बैंडल में इन्हें पैक किया गया था। सुबह पौने दस बजे मालदा के इंग्लिश बाजार थाना के मेहदीपुर के भारत-बांग्लादेश के सीमावर्ती क्षेत्र से माल लदे ट्रक से जाली नोट बरामद किए गए। इस मामले में पुलिस ने ट्रक चालक नूर आलम शेख(48) को गिरफ्तार किया है। आरोपित इंग्लिश बाजार थाना के मेहदीपुर का निवासी बताया गया है। आरोपित को कोलकाता एसटीएफ के हवाले कर दिया गया है।
बीएसएफ के साउथ बंगाल फ्रंटीयर के जनसंपर्क विभाग के प्रभारी रवि रंजन ने बताया कि बीएसएफ व कोलकाता एसटीएफ पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है। 13 नवंबर को कोलकाता के एसटीएफ की ओर से मालदा के मेहदीपुर बीएसएफ अधिकारियों को सूचित किया गया कि जाली नोट की इस मार्ग से तस्करी होने वाली है। रातों रात एसटीएफ की एक टीम कोलकाता से सीधे मालदा पहुंच गई। गुरुवार की सुबह जाली नोट पकड़ने के लिए पूरे इलाके में जाल बिछा दिया गया था।
इस सीमावर्ती क्षेत्र से रोजाना 300-400 सामान लदे ट्रक प्रवेश करते हैं। सुबह से बांग्लादेश से ट्रकऑन लोडिंग अवस्था से भारत आ रही थी। बीएसएफ ने सभी ट्रकों की तलाशी शुरू कर दी। जाली नोट को किस ट्रक के टायर में छिपा कर ले जाया जा रहा है, इसकी पूर्व सूचना एसटीएफ को पहले से लग गयी थी। सूचना मिलते ही ट्रक का पीछा शुरू हो गया। केंद्रीय खुफिया विभाग का मानना है कि पहले भी इस तरह टायर में छिपाकर जाली नोट की तस्करी होती थी, लेकिन जानकारी नहीं मिल पाती थी। इस बार यह जानकारी किसी सूत्र से हमें मिली थी।
इस मामले को लेकर मालदा के निर्यातक व्यवसायियों में काफी निंदा हो रही है। मालदा-महदीपुर एक्सपोटर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव उज्जवल साहा ने बताया कि बांग्लादेश के सोना मस्जिद इलाके में भारत से रोजना बहुत सी वस्तुओं का निर्यात किया जाता है। वहां से भारतीय ट्रक अनलॉडिंग होकर पुन: बांग्लादेश से भारत में प्रवेश करती है। इस ट्रक के टायर में जाली नोट छिपा दिया गया था। हम इस घटना की घोर निंदा करते है। हम चाहते हैं कि इसके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में दोबारा यह घटना न हो।