अपने इम्यूनिटी सिस्टम को करें ऐसे मजबूत
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी भारत जड़ी-बूटियों और मसालों की भूमि है। आयुर्वेदिक दवाओं को उनके
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी:
भारत जड़ी-बूटियों और मसालों की भूमि है। आयुर्वेदिक दवाओं को उनके गुणकारी स्वास्थ्य लाभों के कारण सदियों से इनका इस्तेमाल कई विकारों के इलाज में किया जाता आ रहा है। इंक्स सेवन सुरक्षित है और कई स्वास्थ्य मुद्दों से राहत प्रदान कर सकते हैं। आयुर्वेद के विशेषज्ञ राजधवन सिंह का कहना है कि महामारी के इस दौर में इनका सेवन स्वस्थ और सुरक्षित रहने के लिए कर सकते हैं। इन पेस्ट को बनाने के लिए जिन तीन सामग्रियों का उपयोग किया जाता है, वे विटामिन और मिनरल्स से भरे होते हैं। इसके प्रयोग से कोरोना को अपने पास फटकने से रोका जा सकता है।
खाने में करें करी पत्ते का उपयोग :करी पत्तिया फास्फोरस, मैग्नीशियम, कॉपर, विटामिन ए, बी, सी और बी 2 जैसे पोषक तत्वों से भरी होती हैं। इनमें कार्बाज़ोल एल्कलॉइड भी होता है, जो अपने एंटीडायबिटिक, एंटीकैंसर, एंटी बैक्टीरियल, एंटी-नोसिसेप्टिव और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। यह आपके शरीर को इन्फेक्शन से बचा सकता है और कैंसर, हृदय रोगों और त्वचा की समस्याओं के जोखिम को कम कर सकता है।
तुलसी के पत्ते का प्रयोग : तुलसी के पत्ते एक नैचुरल इम्यून बूस्टर के रूप में कार्य करते हैं और संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं। इसके एंटी बैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटिफंगल गुण वायरस से लड़ सकते हैं और श्वसन संक्रमण को रोक सकते हैं। हर्बल पत्तियों के अर्क से टी हेल्पर सेल्स की संख्या बढ़ जाती है, जो आपके स्वास्थ्य को दुरुस्त कर सकती है।
करें शहद का सेवन : शहद खासी और सर्दी के लिए एक बेहतर उपाय है। अध्ययनों से पता चलता है कि एंटीऑक्सिडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी माइक्रोबियल गुणों से भरपूर यह पीला तरल, गले में खराश को शात कर सकता है, जलन को कम कर सकता है और बलगम को तोड़ने में मदद कर सकता है।
इस बात का रखें ध्यान : यह केवल घरेलू उपाय है और इससे कोरोना की बीमारी ठीक नहीं होती है। इसका इस्तेमाल करने के लिए विशेषज्ञ से जरूर सलाह लेनी चाहिए।