मानव सेवा के लिए कुर्सी की जरूरत नहीं :अनित थापा
बोले अनित थापा सेवा करने के लिए जोश व मन चाहिए कोरोना संक्रमित 21 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भती
बोले अनित थापा: सेवा करने के लिए जोश व मन चाहिए
कोरोना संक्रमित 21 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती
दाíजलिंग,कालिम्पोंग,कíसयाग व मिरिक में कोविड हेल्प डेस्क शुरू होगी
पहाड़ को जब भी मेरी जरूरत होगी मैं उपलब्ध होऊंगा
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जागरण संवाददाता,कíसयाग:
वर्तमान में फैल रहे कोरोना संक्रमण के महामारी से लड़्ने के संदर्भ में गोजमुमो केन्द्रीय कमेटी के महासचिव व तत्कालीन जीटीए चेयरमैन अनित थापा ने कहा है कि मनुष्य की सेवा करने के लिए किसी कुर्सी की आवश्यकता नहीं होती है। सेवा करने के लिए जोश चाहिए,मन चाहिए।
उन्होंने बताया है कि कोरोना संक्रमण का प्रकोप फिर फैलने लगा है। ये पहले से अधिक सक्रिय है। मैंने चारो ओर से प्राप्त रिपोर्ट को देखा। कोविड से लोग भयभीत हैं। सिलीगुड़ी के निजी अस्पतालों सहित त्रिवेणी स्थित कोविड अस्पताल में भी 21 से अधिक संक्रमित मरीज उपचाराधीन हैं।
उन्होंने कहा कि हम चुनाव में व्यस्त थे। व्यस्तता के कारण हम कोविद पर कार्य नहीं कर पा रहे थे। मैंने महसूस किया कि अब हमें पुन: मानव सेवा में लगना है। हम प्रत्येक सब-डिविजन में कल सोमवार से ही कोविड हेल्प डेस्क आरंभ करेंगे। हेल्प डेस्क का नंबर एक-दो दिन में सार्वजनिक करेंगे। कुछेक लोग कोविड के भय से किसी के साथ अपनी मनकी बात साझा नहीं कर पा रहे हैं। कई को सहायता भी नहीं मिल सकी है। अस्पताल के नर्स व चिकित्सक कार्य कर रहे हैं। उन्हें भी सहायता की आवश्यकता है। स्वयंसेवकों को भी सहायता की जरूरत है। जो उन्हें नहीं मिल पा रही है।
उन्होंने कहा कि मतदान के दिन शनिवार को जिस तरह से हमने एकता दिखाई इसी तरह से कोविड का सामना करते हुए पुन: कोविड को हराना है। इसलिए मैं दाíजलिंग,कालिम्पोंग,कíसयाग व मिरिक में हेल्प डेस्क आरंभ कर रहा हूं।
पहले बनाये गये संपूर्ण सíवलेंस कमेटी को पुन: सक्रिय होने का निवेदन भी उन्होंने किया है। उन्होंने कहा है कि हमें हमारे जगह को बचाना है। जिस प्रकार से किसी भेदभाव के पहले हम लोगों ने कार्य किया,पुन: उसी प्रकार कार्य करने के लिए मैं जीटीए क्षेत्र के संपूर्ण 45 समष्टि के सíवलेंस कमेटी को किसी भी धर्म,जात,पार्टी की भेदभाव नहीं रख मैदान में निकलने का आह्वान करता हूं।
मैं जीटीए के चेयरमैन पद पर रहने के दौरान भी सामान्य जनता की तरह ही ही कार्य किया हूं। उन्होंने पहाड़ के संपूर्ण संघ-संस्था,एनजीओ आदि अपील की है कि पहाड़ को पुन:पहले की भाति जोश व हौसला की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि पहाड़ को जब भी मेरी आवश्यकता होगी,मैं सदैव तैयार हूं। इसबार मैं पहाड़ के सेवक के रूपमें कार्य करूंगा। सरकारी तंत्र को समाज की आवश्यकता है। सभी को मिलकर कोविद के लड़ाई में सहभागिता जताने का आह्वान भी उन्होंने किया है।