गलत नहीं ठहराया जा सकता अलग राज्य की मांग : राजू बिष्ट
-मुख्यमंत्री आत्ममंथन करें क्यों उठ रही है इस प्रकार की माग -उत्तर बंगाल में पर्यटन उद्योग के बदले फल
-मुख्यमंत्री आत्ममंथन करें क्यों उठ रही है इस प्रकार की माग
-उत्तर बंगाल में पर्यटन उद्योग के बदले फल- फूल रहा पलायन उद्योग
अशोक झा,सिलीगुड़ी
उत्तर बंगाल से अलग राज्य या केंद्र शासित प्रदेश की आवाज बुलंद किए जाने की माग को गलत नहीं ठहराया जा सकता। यह कहना भाजपा के सासद और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट का। राजू बिष्ट दिल्ली से संसदीय क्षेत्र के दौरे पर आने के क्रम में रविवार को बागडोगरा एयरपोर्ट पर दैनिक जागरण से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की लगातार उठ रही माग के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आत्ममंथन करने की जरूरत है। उन्हें इसका विरोध करने के बजाए इस बात पर ध्यान केंद्गित करना चाहिए कि आखिर इस प्रकार की माग क्यों बार-बार उठ रही है? जहा तक मुख्यमंत्री के बयान की बात है उनकी बातों पर ध्यान देना ठीक नहीं है। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का पूरा हक है। जहा तक अलग राज्य केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद होगी उसे समय केंद्र में उचित स्थान पर पार्टी की ओर से अपना पक्ष रखा जाएगा।
उत्तर बंगाल का हो रहा है दोहन
कम्युनिस्ट -काग्रेस शासन के बाद पिछले 11 वर्षो में तृणमूल काग्रेस इस चित्र का सिर्फ दोहन किया है। मुख्यमंत्री ने कोलकाता को लंदन और उत्तर बंगाल को स्वीटजरलैंड बनाने की बात दोहराते रही है क्या यह संभव हो पाया है?। इतना ही नहीं पिछले 11 वर्षो में उत्तर बंगाल में एक भी स्थापित नहीं हो पाया।
45 वर्षो से झेल रहा है उपेक्षा का दंश
सासद व राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने कहा कि उत्तर बंगाल पिछले 45 वर्षो से उपेक्षा का दंश झेल रहा है। आजादी के बाद अब तक यहा के चाय श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी तक नहीं मिल पाई है। वन क्षेत्र और चाय बागान क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अब तक जमीन का पट्टा नहीं मिल पाया। विपक्ष के जनप्रतिनिधियों और समर्थकों पर लगातार हमले और हत्या करवाई जा रही है। विपक्ष के समर्थकों पर तृणमूल काग्रेस में शामिल कराने के लिए दबाव बनाए जा रहे हैं। संवैधानिक प्रमुख राज्यपाल की बातें भी अनसुनी की जा रही है। जीते हुए जनप्रतिनिधियों को महत्त्व नहीं देकर हारे हुए अपने नेताओं को उचित स्थान देकर बोर्ड पंचायत चलाया जा रहा है। बाग्लादेशी ,रोहिंग्या घुसपैठ के साथ राष्ट्र विरोधी ताकतों ऊपर से दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों की बातों को अनदेखी की जा रही है।
पर्यटन उद्योग के जगह यहा फल- फूल रहा है पलायन उद्योग
राजू बिष्ट ने कहा कि पूरे देश में ढाई करोड़ लोग प्रतिवर्ष पर्यटन के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण करते हैं। उत्तर
बंगाल में पर्यटन की असीम संभावनाएं होने के बावजूद यहा पर्यटन उद्योग दम तोड़ रहा है। उत्तर बंगाल से बेरोजगारी इस प्रकार बड़ी है कि बड़े पैमाने पर युवक युक्तिया लगातार पलायन कर रहे हैं। उत्तर बंगाल में पर्यटन उद्योग तो नहीं लेकिन पलायन उद्योग फल- फूल रहा है। पलायन उद्योग को कैसे रोका जाए किसके लिए भारतीय जनता पार्टी लगातार केंद्र से मिलकर प्रयास में जुटी है।
स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चौपट
राजू बिष्ट ने कहा कि कोविड-19 महामारी कल में उत्तर बंगाल में स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटीलेटर पर है। मात्र एक सरकारी मेडिकल कॉलेज नार्थ बंगाल के सहारे लोगों को सेवाएं मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है। उसकी स्थिति भी किसी से छुपी हुई नहीं है। यह जो भी लोगों को सेवाएं उपलब्ध हो रही है वह स्वयं सेवी संगठनों व विपक्षी जनप्रतिनिधियों की ओर से। ऐसे में कैसे उत्तर बंगाल की उपेक्षा को लिखकर अपनी आवाज बुलंद ना करें।