सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक : तारीख पे तारीख की मार..!
एनबीएमसीएच में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का मामला अधर में
-गत चार सालों से हर साल बढ़ाई जा रही है तारीख, अब नई तारीख 31 मार्च 2022
-एनबीएमसीएच में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का मामला अधर में
-2014 में ही स्वीकृत हुए 150 करोड़ रुपये, उसके बाद से बस नई समयसीमा
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) में बहुप्रतीक्षित सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक को चालू करने का मामला पिछले चार सालों से लटकता ही चला जा रहा है। बस तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख ही पड़ती जा रही है। काम का काम कुछ नहीं हो रहा है। पहले 31 मार्च 2018, फिर 31 मार्च 2019, फिर 31 मार्च 2020 व फिर 31 मार्च 2021, सारी तारीखें फेल हो गई पर सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक शुरू होना तो दूर, उसका निर्माण कार्य भी पूरा नहीं हो पाया। अब फिर उसके लिए नई तारीख 31 मार्च 2022 तय की गई है। उल्लेखनीय है कि मस्तिष्क व हृदय रोग आदि की अत्याधुनिक चिकित्सा के लिए उक्त सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक को शुरू किया जाना है। इसके लिए वर्ष 2014 में ही केंद्र सरकार ने 150 करोड़ रुपये मंजूर किया था।
इधर, गत शनिवार को उत्तर बंगाल में जन-स्वास्थ्य मामलों को देखने के लिए राज्य सरकार द्वारा नियुक्त ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) डॉ. सुशांत कुमार रॉय ने एनबीएमसीएच का दौरा निर्माण कार्यो का जायजा लिया था। उस दौरान उन्होंने संवाददाताओं से बातें करते हुए कहा कि सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का कार्य चल रहा है। पहले जो एजेंसी कार्य कर रही थी, उसके हट जाने के बाद नई एजेंसी कार्य कर रही है। इसे मार्च 2022 तक चालू किए जाने की पूरी कोशिश की जा रही है। बताया गया कि स्वास्थ्य परिसेवा का आधुनिक तरीके से और बेहतर करने के लिए तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। राज्य स्वास्थ्य विभाग मानव संसाधन व उपकरणों की खरीदारी के लिए खाका तैयार कर रहा है।
बताया गया है कि इसके लिए ग्राउंड फ्लोर के अलावा पांच तले भवन का निर्माण किया जा रहा है, जो 15 सौ वर्गमीटर में होगा। यहां मुख्य रूप से प्लास्टिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, हर्ट सर्जरी, एडवांस्ड पीडियाट्रिक सर्जरी समेत अन्य बीमारियों से संबंधित सर्जरी की व्यवस्था होगी। इसके अलावा आधुनिक ऑपरेशन थिएटर व लेबोरेट्री की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर समीर घोष रॉय ने बताया कि यहां पर स्थापित होने वाला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल अंतरराष्ट्रीय मानक होगा। गौरतलब है कि वर्तमान में यहां पर सरकारी स्तर पर सुपर स्पेशियलिटी सुविधा नहीं होने से गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को कोलकाता अथवा अन्य जगहों पर रेफर करना पड़ता है।