मंत्री के इशारे पर हिंदी भाषियों को नहीं मिला जमीन का पट्टा
-माकपा नेता दिलीप सिंह ने लगाया आरोप कहा चुनाव के समय जो पट्टा बंट रहे है वह है वोट
-माकपा नेता दिलीप सिंह ने लगाया आरोप, कहा चुनाव के समय जो पट्टा बंट रहे है वह है वोट पट्टा है
- चुनाव आचार संहिता का वे कर रहे उल्लंघन
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
-जन विरोधी है परिवर्तन की सरकार, लोगों के निवाले पर डाका
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : राज्य सरकार के पर्यटन मंत्री और डाबग्राम फूलबाड़ी के तृणमूल कांग्रेस विधायक गौतम देव पर माकपा नेता दिलीप सिंह ने सीधे हमला किया है। विधानसभा चुनाव के पहले सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए दिलीप सिंह ने कहा कि सरकार और उनके मंत्री गौतम देव के इशारे पर हिंदी भाषियों को जमीन का पट्टा नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए वे चुनाव घोषणा के बाद जिस प्रकार प्रलोभन दे रहे है वह आचार संहिता का उल्लंघन है। आज चुनाव को देखते हुए जमीन का पट्टा बांटने का जो नाटक किया वह सब सिर्फ वोटपट्टा है। इसको लेकर जनता को मंत्री और सरकार को जबाव देना होगा। उन्होंने प्रमाण के साथ बताया कि वर्ष 2014 में 641 लोगों को जमीन का पट्टा देने के लिए खजाने में पैसा जमा कराया। 13 जनवरी 2014 को यह पट्टा देने का आदेश दिया गया था। उसके बाद आजतक कोई जमीन का पट्टा नहीं मिला। इतना ही नहीं जनता नगर में चुनाव को ध्यान में रखकर जमीन का पट्टा देने का नाटक दिया गया। उसको लेकर रेल ने मामला दर्ज किया जो वह भी रुक गया है। पिछले दो चुनाव से वह हिंदी भाषियों को ठगने का काम किया। इस बार वह पकड़े गये है। इसको लेकर डीएम को शिकायत किया है कि चुनाव घोषणा होने के बाद मंत्री गौतम देव ने जमीन का पट्टा देने का प्रलोभन दे रहे है। वे अपने लेटर हेड से एक चिट्ठी दे रहे है। वह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि पिछले एक माह से मुख्यमंत्री के निर्देश पर द्वारे-द्वारे अभियान के तहत नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों को बताना चाहिए कि लोगों को जमीन का पट्टा कब मिलेगा। उन्हें बताना चाहिए कि प्रभावी मजदूरों के लिए दी गयी राशन व्यवस्था की लूट खसोट करने वालों पर क्या कार्रवाई होगी। इसका जबाव ना तो प्रशासन के पास है और ना ही तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के पास। झूठे वायदे और अभियान के तहत लाखों खर्च कर जनता के पैसे की बर्बादी की जा रही है। उन्होंने कहा कि वाममोर्चा के शासनकाल में पूर्व शहरी विकास मंत्री सह वर्तमान में सिलीगुड़ी के विधायक ने 99 रुपये में 99 वर्षो के लिए भूमिहिनों और वर्षो से जमीन पर बसे लोगों को उनको जमीन का अधिकार मुहैया कराया था। इस नियम के तहत वर्ष 2010 से सैकड़ों लोगों को जमीन का पट्टा दिया गया। बचे लोगों को जमीन का पट्टा देना था परंतु वर्ष 2011 में आयी परिवर्तन की सरकार ने इसपर रोक लगा दिया। इसको लेकर भी राजनीति प्रारंभ कर दी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र के विधायक सह वर्तमान में पर्यटन मंत्री गौतम देव ने वादा किया था कि जमीन का पट्टा दिया जाएगा। चुनाव के बाद इसपर कोई चर्चा नहीं हो रही है। इसको लेकर जल्द ही वाममोर्चा के द्वारा आंदोलन जारी है और आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता अब हाइटेक हो गयी है। वह जानती है कि कौन उसके साथ सच में खड़ा है या कौन उसे झूठे वायदे सिर्फ चुनाव के लिए कर रहे है। इसका जबाव जनता चुनाव में देकर रहेगी।