200 एकड़ धान का खेत नदी में समाया

सोमवार से हो रही भारी बरसात के चलते लुकसान ग्राम पंचायत के कालीखोला बस्ती का 200 बीघा धान खेत नदी में समा गया है

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 02:50 PM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 02:50 PM (IST)
200 एकड़ धान का खेत नदी में समाया
200 एकड़ धान का खेत नदी में समाया

नागराकाटा, संवाद सूत्र। सोमवार से हो रही भारी बरसात के चलते लुकसान ग्राम पंचायत के कालीखोला बस्ती का 200 बीघा धान खेत नदी में समा गया है। जिससे सैंकड़ों किसान व्यापक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। ब्लॉक स्तर के सरकारी अधिकारियों ने मंगलवार को इलाके का दौरा किया है।

सरकारी अधिकारी के अनुसार, किसानों को खेती सुरक्षा प्रदान करने के लिए वाटर गार्ड, जगह जगह अस्थायी बांध व जाली लगाने का काम किया गया है, जबकि किसानों का कहना है कि उनके खेतों को बचाने के लिए ऐसी कोई पहल नहीं की गई है।

किसानों ने कहा कि सरकारी अधिकारियों की ओर से आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता है। अगर समय पर नदी किनारे बांध का निर्माण कर दिया जाता, तो आज ऐसी नौबत नहीं आती। क्षतिग्रस्त किसानों में शामिल रामकुमार छेत्री, गोपाल प्रधान, सेतु सुब्बा का कहना है कि नदी किनारे स्थायी बांध निर्माण को लेकर कई बार प्रशासन को लिखित रूप से जानकारी दी गई, लेकिन इस विषय को कभी गंभीरता से नहीं लिया गया।

किसानों से मिली जानकारी के अनुसार, कालीखेला बस्ती के दक्षिण भाग में स्थित सभी खेत-खलियान नदी तट में तब्दील हो जा रहा है। यदि अभी भी प्रशासन की आंख नहीं खुली तो कुछ भी शेष नहीं रहेगा। सरकार द्वारा प्रायोजित किसी भी योजना का लाभ किसानों को नहीं मिल रहा है।

नागराकाटा के तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष अमरनाथ झा ने कहा कि नदी किनारे बांध व जाली निर्माण के लिए जिला शासक को लिखित जानकारी दी गई है। जल्द बांध निर्माण व जाली लगाने का काम शुरू होने की आशा उन्होंने जताई।

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