खुली सीमा पर कांटा तार का घेरा लगाने के लिए जमीन का माप शुरू

- बीएसएफ व भूमि विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से मिलकर कर रहे इलाके का निरीक्षण संवादसू˜

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:50 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:50 PM (IST)
खुली सीमा पर कांटा तार का घेरा लगाने के लिए जमीन का माप शुरू
खुली सीमा पर कांटा तार का घेरा लगाने के लिए जमीन का माप शुरू

- बीएसएफ व भूमि विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से मिलकर कर रहे इलाके का निरीक्षण

संवादसूत्र, चेंगड़ाबांधा : आखिरकार कूचबिहार जिले के चेंगड़ाबांधा सीमा पर कांटा तार का घेरा लगाने के लिए प्रशासन ने तत्परता शुरू कर दी है। गुरूवार को प्रशासन का एक प्रतिनिधि दल जमीन की की तलाश में मैदान में उतर गया। है। इसमें मेखलीगंज ब्लाक के भूमि विभाग व बीएसएफ के अधिकारी शामिल है। इन अधिकारियों ने इस दिन चेंगड़ाबांधा बाजार के संलग्न धरला नदी के शमशान घाट इलाके में जमीन को देखकर उसे चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया है।

गौरतलब है कि चेंगड़ाबांधा बाजार के पीछे धरला नदी के पार सीमा से सटे बीएसएफ कैंप से पानीशाला इलाका तक करीब तीन किलोमीटर खुली सीमा है, जहां पर कोई घेरा नहीं है। जिसके कारण सुरक्षा को लेकर स्थानीय लोग सवाल उठाते रहते है। कारण इन सब इलाकों से अक्सर बांग्लादेशी से बदमाश सीमा पार कर भारत में अपराध कर फरार हो जाते है। यहां तक कि वे लोग बचाव के लिए सीमा पर रहने वाले गांववालों पर हमला करने से पीछे नहीं हटते है। केवल नहीं वे लोग अपने बचाव के लिए जवानों पर भी हमला करने में पीछे नहीं हटते है। पिछले काफी समय से स्थानीय लोग यहां पर कांटा तारा का बेड़ा लगाने की मांग कर रहे है। किस प्रकार की जमीन की तलाश होगी, उसका माप कैसे होगा, इसे लेकर महकमा शासक कार्यालय में पहले बैठक हो चुकी है। इस बैठक में बीएलआरओ सूजन राय, महकमा शासक राम कुमार तामांग सहित बीएसएफ के अधिकारी उपस्थित थे।

महकमा शासक ने बताया कि चेंगड़ाबांधा के खुले सीमा पर कांटा तार का बेड़ा देने के लिए सर्वे का काम शुरू हो गया है।

इधर स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां पर कांटा तार का बेड़ा लग जाने से सुरक्षा और सुनिश्चित रहेगा।

इस बारे में मेखलीगंज के बीएलआरओ सूजन राय ने कहा कि गुरूवार से सर्वे का काम शुरू हो गया है। कई दिनों तक यह काम चलेगा।

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