मुंबई से आई टीम ने शुरू की डिबुडीह पुल की लोड टेस्टिग

कोलकाता- नई दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर स्थित बंद पड़े डिबुडीह पुल पर परिचालन की संभावना तलाशने के लिए बुधवार से विधिवत लोड टेस्टिंग का कार्य शुरू किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 10:56 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 10:56 PM (IST)
मुंबई से आई टीम ने शुरू की डिबुडीह पुल की लोड टेस्टिग
मुंबई से आई टीम ने शुरू की डिबुडीह पुल की लोड टेस्टिग

आसनसोल: कोलकाता- नई दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर स्थित बंद पड़े डिबुडीह पुल पर परिचालन की संभावना तलाशने के लिए बुधवार से विधिवत लोड टेस्टिंग का कार्य शुरू किया गया। मुंबई से आई विशेषज्ञों की सात सदस्यीय टीम ने क्षतिग्रस्त पुल का मुआयना कर जगह-जगह से कंक्रीट वगैरह संग्रह करना शुरू कर दिया है। टीम लोग अपने साथ कई अत्याधुनिक उपकरण भी लाई है, जिसकी मदद से सामग्री इकट्ठा कर रही है।

मालूम हो कि झारखंड-पश्चिम बंगाल की सीमा पर बराकर नदी पर अप व डाउन के वाहनों के लिए बनाए गए दो पुल में से एक पुल 13 माह से बंद है। जांच टीम के साथ डिबुडीह पुल पर मौजूद बरवाअड्डा एक्सप्रेस वे लिमिटेड के प्रोजेक्ट डायरेक्टर मलय कुमार दत्ता ने बताया कि मुंबई से आई विशेषज्ञों की टीम नेशनल हाइवे पर इस तरह के कार्य नियमित रूप से करती है। टीम करीब दो सप्ताह तक पुल के विभिन्न हिस्सों से सामग्री संग्रह करेगी। इसके बाद इसे प्रयोगशाला में ले जाकर परीक्षण किया जाएगा। उक्त परीक्षण की रिपोर्ट आने के बाद पुल चालू करने को जरूरत के अनुसार कदम उठाया जाएगा।

मालूम हो कि नेशनल हाइवे ऑथरिटी ऑफ इंडिया की ओर से बरवाअड्डा एक्सप्रेस वे लिमिटेड को लोड टेस्टिग का कार्य मिला है। हालांकि अक्तूबर माह में ही लोड टेस्टिग का कार्य होना था। लेकिन लगातार पर्व-त्योहार की छुट्टियों के कारण कार्य शुरू नहीं किया जा सका। अब लोड टेस्टिग की रिपोर्ट पर ही निर्भर होगा कि मालवाहक वाहनों के परिचालन के लिए पुल उपयुक्त है या नहीं। लोड टेस्टिग के साथ ही कई छोटे-मोटे अन्य जांच भी होंगे। इसमें फुटपाथ की भी जांच की जा रही है कि राहगीरों के चलने के लिए उपयुक्त है या नहीं। पुल निर्माण के दौरान फुटपाथ नहीं बना था। बाद में इसमें फुटपाथ के लिए केंटीलीवर का निर्माण हुआ। उसी केंटीलीवर का एक हिस्सा पिछले वर्ष 19 अक्तूबर को टूटकर गिर गया था। उसके तत्काल बाद से ही पुल पर परिचालन बंद कर दिया गया था। हालांकि पुल पर परिचालन बंद होने के तत्काल बाद जादवपुर विश्वविद्यालय व दिल्ली की कंस्लटेंसी टीम ने पुल का निरीक्षण कर मुख्य पुल में कोई दरार नहीं होने की बात कही थी। उस समय टीम के निर्देशानुसार क्षतिग्रस्त हिस्से को काटकर उसकी बैरिकेटिग भी कर दी गई थी। बावजूद पुल पर परिचालन शुरू नहीं हो पाया।

पुल बंद होने से बढ़ी हादसों की संख्या : एक ही डिबुडीह पुल से नेशनल हाइवे के दोनों ओर से वाहनों के आने- जाने से अक्सरहां दुर्घटनाएं हो रही है। मंगलवार को ही पुल के निकट कोलकाता से धनबाद जाने वाली एक एसयूवी धनबाद से कोलकाता जा रही एसयूवी से टकरा गई। इस घटना में कम से कम दो लोग घायल हो गए। दरअसल एक ही पुल से वाहनों के आने- जाने और पुल पर ही पुलिस की नाका चेकिग से अक्सरहां जाम लग जाता है। इससे घंटों वाहन जाम में फंसे रह जाते हैं।

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