रानीगंज में जोड़ा फूल खिलाने में सफल रहे तापस बनर्जी

दुर्गापुर काले हीरे की भूमि हमेशा से माकपा का लाल दुर्ग रहा। केवल परिवर्तन की आंधी में

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 12:34 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 12:34 AM (IST)
रानीगंज में जोड़ा फूल खिलाने में सफल रहे तापस बनर्जी
रानीगंज में जोड़ा फूल खिलाने में सफल रहे तापस बनर्जी

दुर्गापुर: काले हीरे की भूमि हमेशा से माकपा का लाल दुर्ग रहा। केवल परिवर्तन की आंधी में वर्ष 2011 में लाल दुर्ग पर तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर सोहराब अली ने सेंध लगायी थी। फिर वर्ष 2016 के चुनाव में माकपा ने इस सीट को अपने नाम कर लिया। इस बार वामो के लाल दुर्ग में परिचित रानीगंज विधानसभा सीट पर तापस बनर्जी के समक्ष फिर से तृणमूल की खोई प्रतिष्ठा वापस दिलाने की चुनौती थी एवं उन्होंने उसमें सफलता हासिल की। साथ ही साथ खुद के जीत का हैट्रिक भी तापस बनर्जी ने लगा लिया। वहीं यहां से माकपा ने रूनू दत्ता के जगह हेमंत प्रभाकर को उतारा था, जहां वे तीसरे स्थान पर चले गए। जबकि भाजपा के डॉ. बिजन मुखर्जी यहां दूसरे स्थान पर रहे। पिछले लोकसभा चुनाव में मिली 30 हजार की बढ़त से डॉ. बिजन मुखर्जी को उम्मीद बनी थी, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि उन्होंने कड़ी टक्कर दी।

जीत मिलने के बाद मतगणना केंद्र पहुंचे तापस : तापस बनर्जी मतगणना में मौजूद नहीं थे। घर पर रहते हुए स्थिति की जानकारी ले रहे थे। वहीं डॉ. बिजन मुखर्जी आरंभ से ही यहां डटे हुए थे। आरंभ में भाजपा को अच्छी बढ़त मिली, लेकिन अन्य कई सीटों की तरह यहां भी भाजपा 13वे राउंड तक आगे रही। लेकिन 14वें राउंड से तापस बनर्जी को बढ़त मिलने लगी। पिछड़ने के क्रम में डॉ. बिजन मुखर्जी मतगणना केंद्र से निकल गए।

वर्ष 1962 से माकपा का रहा लाल दुर्ग : रानीगंज विधानसभा को माकपा का लाल दुर्ग माना जाता है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बंगाल की सत्ता में वाममोर्चा ने वर्ष 1977 से 34 वर्षों तक शासन किया। लेकिन रानीगंज विधानसभा में माकपा का दबदबा उसके 15 वर्ष पहले यानि वर्ष 1962 से रहा। 1962 से अब तक 59 वर्ष में केवल पांच वर्ष यानि वर्ष 2011 के चुनाव में यहां एक बार तृणमूल कांग्रेस को यहां जीत मिली थी। लेकिन वर्ष 2016 के चुनाव में फिर माकपा ने इस सीट को जीत लिया। वर्ष 1962 में माकपा के लखन बागदी को जीत मिली थी। जबकि वर्ष 1967 से लेकर 1982 के चुनाव में लगातार हराधन राय माकपा के टिकट पर चुनाव जीते। उसके बाद वर्ष 1987 से लेकर 2001 के चुनाव में माकपा के टिकट पर वंशगोपाल चौधरी को जीत मिली। वर्ष 2006 के चुनाव में हराधन झा एवं वर्ष 2016 में रूनू दत्ता को जीत मिली।

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रानीगंज का इस बार का चुनाव परिणाम

प्रत्याशी का नाम पार्टी मत

तापस बनर्जी तृणमूल 77528

डॉ. बिजन मुखर्जी भाजपा 74233

हेमंत प्रभाकर माकपा 21434

राजकुमार जदयू 1612

निरज रजक निर्दलीय 981

नीलकंठ बाउरी निर्दलीय 1608

अभिजीत बाउरी निर्दलीय 1533

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रानीगंज विधानसभा में 2016 का चुनाव परिणाम

प्रत्याशी का नाम पार्टी मत

रूनू दत्ता माकपा 74727

नर्गिस बानो तृणमूल 62482

मनीष शर्मा भाजपा 32191

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