होर्डिग-पार्किग का चार साल से टेंडर नहीं, फाइलें भी गायब

जागरण संवाददाता आसनसोल दो दिन पहले पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी द्वारा आसनसोल नगर निगम में हो

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 12:31 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 12:31 AM (IST)
होर्डिग-पार्किग का चार साल से टेंडर नहीं, फाइलें भी गायब
होर्डिग-पार्किग का चार साल से टेंडर नहीं, फाइलें भी गायब

जागरण संवाददाता, आसनसोल : दो दिन पहले पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी द्वारा आसनसोल नगर निगम में होर्डिंग व पार्किंग में तीन करोड़ का घोटाला का आरोप लगाने पर मंगलवार को निगम के चेयरपर्सन अमरनाथ चटर्जी ने जबाव दिया है। उन्होंने कहा है कि उन्होंने जबसे कार्यभार संभाला है समय पर वसूली हुई है। उनके कार्यभार संभालने से पहले से नगर निगम पर होर्डिंग व पार्किंग का दो करोड़ 25 लाख रुपया बकाया है।

उन्होंने पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी के कार्यकाल को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि चुनाव के समय लोगों को आकर्षित करने के लिए अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। इनका मकसद और कुछ नहीं अनर्गल प्रलाप कर अपना दामन पाक साफ बताना है।

अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि विपरीत परिस्थिति में नगरनिगम में बेहतर सेवा देने के साथ-साथ उसमें राजस्व बढ़ाया गया है। होर्डिंग व पार्किंग के टेंडर के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि दोनों मामलों में वर्ष 2016 में टेंडर हुआ था। उसके बाद चार साल बिना टेंडर के किसके स्वार्थ में एक्सटेंशन दिया गया था। जब 2020 में टेंडर हुआ तो उसे मार्च में रद कर दिया गया। उस समय के नौ फाइल कार्यालय से गायब हैं। जिस अस्थायी कर्मी को फाइल गायब करने का जिम्मा सौंपा गया था, उस पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। उसी समय का दो करोड़ 25 लाख से अधिक बकाया आज तक नगर निगम के माथे पर है। चटर्जी ने यह भी कहा कि मेरे कार्यकाल में 87 लाख के बकाया राशि की वसूली की गई है। फिर नए सिरे से आवंटन के लिए टेंडर प्रक्रिया की गई है। किसी की भी बकाया राशि को नहीं छोड़ा जाएगा।

निगम क्षेत्र में दर्जनों होर्डिंग अब भी अवैध अमरनाथ चटर्जी ने यह भी कहा है कि शहर में वैध और अवैध होर्डिंग को चिन्हित किया गया। अवैध और बकाया वाले होर्डिंग को काटा गया है। अभी भी शहर में अवैध रूप से 32 होर्डिंग लगे हुए हैं। रानीगंज व कुल्टी में जितने भी होर्डिंग लगाए गए हैं सभी अवैध हैं। यह सभी होर्डिंग मेरे कार्यकाल से पहले लगाए गए हैं।

chat bot
आपका साथी