बालू उठाव पर ढील, भवन निर्माण से जुड़े कर्मियों को राहत
संवाद सहयोगी रेलपार बालू से सरकारी प्रतिबंध में ढील देने के बाद भवन निर्माण कार्य शुरु ह
संवाद सहयोगी, रेलपार : बालू से सरकारी प्रतिबंध में ढील देने के बाद भवन निर्माण कार्य शुरु हो गया है। जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन अभी समुचित मात्रा में बालू नहीं मिलने से बालू की कीमत बहुत अधिक है। लेकिन जिनका निर्माण कार्य अधूरा पड़ा था, वह अधिक कीमत में बालू लेकर काम करा रहे है। पहले जो बालू 1200 से 1500 प्रति ट्रैक्टर मिलती थी, वह बालू अभी 4500 रुपये प्रति ट्रैक्टर मिल रहा है। प्रतिबंध लगने के दौरान यही बालू आठ से नौ हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर मिलता था।
बताया जाता है कि नदी से बालू उठाव पर सरकारी रोक के कारण बालू की आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। जिसके कारण भवन निर्माण कार्य कई माह से बंद था। इसे लेकर विभिन्न चैंबर, व्यवसायी संगठनों ने आवाज उठाई थी। परंतु अब बालू से रोक हटने से भवन निर्माण कार्य शुरु हो गया है। बालू नहीं मिलने के कारण भवन निर्माण में जुटे हजारों श्रमिक बेरोजगार हो गए थे। साथ ही भवन निर्माण कार्य से जुड़े ग्रिल दूकानदार, पत्थर खदान, क्रेसर में कार्य करने वाले श्रमिक तथा मालिक, सीमेंट व्यवसायी, हार्डवेयर दुकानदार, व्यवसायी, पाइप लाइन का कार्य करने वाले मिस्त्री, श्रमिक, मजदूर, बिजली व्यवसाय से जुड़े श्रमिक, दुकानदार के रोजगार पर भी असर पड़ा था। भवन निर्माण कार्य बंद होने से मजदूर कर्ज तथा महाजन से उधार लेकर घर बार चला रहे थे। लगभग पांच माह बाद आसनसोल जिला प्रशासन ने नदी से बालू उठाव से पाबंदी हटाई। आसनसोल धधका रोड के सीमेंट व्यवसायी देवाशीष सिंह का कहना है कि बालू महंगी मिलने से अभी भी भवन निर्माण में तेजी नहीं आई है। जिससे सीमेंट की बिक्री भी कम हो रही है, थोड़ी राहत अवश्य मिली है। अभी साढ़े चार हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर बालू मिल रही है।