पांच वर्षों से नहीं मिला मनरेगा कार्य, प्रदर्शन
संवाद सहयोगीु जामुड़िया मनरेगा के सौ दिन के कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जामु
संवाद सहयोगी,ु जामुड़िया : मनरेगा के सौ दिन के कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जामुड़िया के बहादुरपुर पंचायत इलाके के दर्जनों पुरुष व महिलाओं ने शनिवार को जामुड़िया बीडीओ कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने हाथों में फावड़ा, कुदाल आदि लेकर विरोध जताया। जामुड़िया बीडीओ जिष्णु दे के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन समाप्त किया।
प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण शीला दास, सुबीर बाउरी आदि लोगों ने कहा कि उनके इलाके में विगत 5 वर्षों से मनरेगा का कोई कार्य नहीं किया गया है। इस कारण गांव के बेरोजगार लोग रोजगार से वंचित है। उन्होंने कहा कार्य न होने के बावजूद भी इलाके में मनरेगा कार्य के सरकारी बोर्ड लगाए गए है जो कि मनरेगा में होने वाले भ्रष्टाचार को दर्शाता है। जबकि अन्य जगहों पर स्थानीय बेरोजगारों को मनरेगा में रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा लंबे समय से लॉकडाउन होने के कारण हम लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है, ऐसे समय में हम मनरेगा में रोजगार पाने की उम्मीद लगाए बैठे है। परंतु भ्रष्टाचार के कारण हमें मनरेगा के रोजगार से वंचित रखा गया है। प्रदर्शनकारियों ने मांग करते हुए कहा कि स्थानीय लोगों के नामों को अविलंब ही मनरेगा में पंजीकरण किया जाए।
पंचायत सदस्य अजय बाउरी ने ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मनरेगा के तहत स्थानीय तालाब की सफाई का काम दिया जा रहा था, जिस पर ग्रामीणों ने असहमति जताई। उन्होंने कहा सरकारी नियमों के अंतर्गत जिस इलाके में कार्य होता हैं, वहां कार्य से पहले बोर्ड लगाना पड़ता है, ताकि लोगों को जानकारी मिल सके।
............. ग्रामीणों की शिकायत पर अविलंब गौर किया जाएगा। मनरेगा द्वारा मिलने वाले रोजगार में कहां दिक्कत आ रही है, इसकी पड़ताल कर लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। जिष्णु दे, जामुड़िया बीडीओ