शव रखने से लेकर जलाने तक में आ रही समस्या
जागरण संवाददाता दुर्गापुर कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मौत की संख्या भी बढ़ रही ह
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मौत की संख्या भी बढ़ रही है। स्थिति को संभालने में पुलिस प्रशासन को भी परेशानी हो रही है। मर्ग में शव रखने की जगह न होने के कारण दुर्गापुर महकमा अस्पताल में घंटों शव बेड पर ही रखना पड़ रहा है। वहीं श्मशान घाट में शव का अंतिम संस्कार करने में भी अशांति हो रही है। जल्द अगर व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो परिस्थिति और भी कठिन होने का अनुमान किया जा रहा है।
दुर्गापुर महकमा अस्पताल में शुक्रवार को सुबह एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। उसका शव शनिवार संध्या तक बेड पर ही पड़ा हुआ था। जहां अन्य मरीज भी इलाजरत थे। जिससे वे भी भयभीत थे। अस्पताल प्रबंधन ने स्पष्ट कह दिया था कि मर्ग में जगह नहीं होने के कारण यह समस्या हो रही है। महकमा अस्पताल में छह शव रखने की व्यवस्था है। कोरोना संक्रमण के समय और 4-5 शव रखने की व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद भी समस्या दूर नहीं हो रही है। इसके बाद जहां पोस्टमार्टम होता है, वहां शव रखा जा रहा है। इस कारण वहां पोस्टमार्टम में भी समस्या हो रही है। समस्या को देखते शव रखने की व्यवस्था को बढ़ाने के लिए कदम उठाया जा रहा है। इस कारण शनिवार को अस्पताल का दौरा जिला शासक विभू गोयल ने किया था। जिन्हें समस्या से अवगत करवाया गया था। जिला शासक ने भी सुविधा बढ़ाने की बात कही थी। वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि शव देने के नियम को सरल करने से शव को निकालने में सुविधा होगी। किसी की मौत के बाद अस्पताल की ओर से परिवार को जानकारी देने, परिवार से एनओसी लेने, पुलिस को सूचना देने आदि में समय व्यतीत होता है। इस कारण व्यवस्था को सरल बनाने पर की मांग भी हो रही है। वहीं बीरभानपुर श्मशान घाट में दो चूल्हा है, जहां शव का दाह संस्कार होता है। वहां प्रति घंटा दो शव का दाह संस्कार हो रहा है। इसके बावजूद भी शव ज्यादा होने के कारण लकड़ी के चूल्हे में भी दाह किया जा रहा है। इसके बावजूद भी शव की कतार लगी रह रही है। इस कारण अशांति भी होती है। पांच मई को श्मशान घाट में 26 कोरोना संक्रमितों एवं 18 सामान्य शव का दाह हुआ है। जिसमें तीन शव को लकड़ी के चूल्हे में दाह किया गया है। छह मई को 11 संक्रमित एवं सामान्य 30 शव का दाह किया गया, जिसमें 7 का दाह लकड़ी के चूल्हे पर किया गया। सात मई को 18 संक्रमतों एवं 27 सामान्य शव का दाह हुआ, जिसमें 6 शव का दाह लकड़ी से किया गया। शनिवार को 20 संक्रमतों एवं 37 सामान्य शव का दाह किया गया। श्मशान घाट प्रबंधन समिति के सचिव श्यामल आचार्य ने कहा कि दिन रात यहां के कर्मी काम कर रहे है। फिर भी स्थिति को संभालने में समस्या हो रही है। वहीं मारवाड़ी संगठन की ओर से एक श्मशान घाट चालू करने का प्रस्ताव दिया गया है।