लोहा माफियों के खिलाफ पुलिस ने कसा शिकंजा

जागरण संवाददाता दुर्गापुर पुलिस की ओर से बालू के बाद लोहा के अवैध कारोबार के खिलाफ ि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 06:33 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 06:33 PM (IST)
लोहा माफियों के खिलाफ पुलिस ने कसा शिकंजा
लोहा माफियों के खिलाफ पुलिस ने कसा शिकंजा

जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : पुलिस की ओर से बालू के बाद लोहा के अवैध कारोबार के खिलाफ शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। जिसके तहत दुर्गापुर थाना की पुलिस ने लोहा माफिया गोपाल जयसवाल को शुक्रवार को गिरफ्तार किया। शनिवार आरोपित को दुर्गापुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसकी जमानत याचिका नामंजूर हो गई एवं उसे पांच दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। गोपाल जयसवाल को गिरफ्तार कर उसके इस काले धंधे में शामिल सहयोगियों को भी गिरफ्तार करेगी। वहीं गोपाल के खिलाफ कोकोवेन एवं अंडाल थाने में भी मामला दर्ज है। दोनों पुलिस भी उसे रिमांड पर लेने की तैयारी में है।

गोपाल जयसवाल की पहचान दुर्गापुर के पुराने लोहा माफिया के रूप में है, जो वर्षों से कादा रोड समेत आसपास इलाके में अवैध ढंग से लोहे का कांटा चलाता है। उसे विभिन्न इलाकों के छोटे कारोबारी लोहा सप्लाई करते थे। पहले भी कई बार उसकी गिरफ्तारी हो चुकी है। इस बार उसके खिलाफ दुर्गापुर थाना में 14 अगस्त को लोहा चोरी का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। वह रेलवे का भी लोहा छोटे कारोबारियों से खरीदता था। आरपीएफ के कई थाने में भी उसके खिलाफ मामला दर्ज है।

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ऊंची दीवार से घिरा है लोहे का कांटा :

गोपाल जयसवाल का कादा रोड इलाके में लोहे का कांटा है। उसका कांटा ऊंची दीवार से घिरा हुआ है। जिसके अंदर लोहे का सामान भरा पड़ा है। जिसकी सप्लाई वह विभिन्न कारखानों में करता था।

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लोहा चोरी में ही गोली लगने से एक चोर की गई थी जान :

दुर्गापुर शहर के कोकोवेन थानांतर्गत दुर्गापुर प्रोजेक्ट लिमिटेड कारखाने के पास दो सप्ताह पहले गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई थी। अनुमान किया गया था कि डीपीएल में चोरी करने के दौरान ही वह घटना हुई थी। वहीं लोगों का कहना है कि ये छोटे चोर विभिन्न कारखानों से लोहा चोरी कर सरवन, संतोष तक पहुंचाते थे। ये दोनों बालू के अवैध कारोबार से भी जुड़े हुए है। उसके बाद वे लोग लोहा को गोपाल के ठिकाने तक पहुंचा देते थे। अब तक गोली लगने के रहस्य से पर्दा नहीं उठ सका है।

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