घटना के लिए कारखाना प्रबंधन व ट्रेड यूनियन नेता भी जिम्मेवार

संवाद सहयोगी रानीगंज रानीगंज के मंगलपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित श्याम सेल एंड पावर लिमिटेड क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 06:11 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 06:11 PM (IST)
घटना के लिए कारखाना प्रबंधन व ट्रेड यूनियन नेता भी जिम्मेवार
घटना के लिए कारखाना प्रबंधन व ट्रेड यूनियन नेता भी जिम्मेवार

संवाद सहयोगी, रानीगंज : रानीगंज के मंगलपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित श्याम सेल एंड पावर लिमिटेड कारखाना में घटना की जानकारी मिलने पर शनिवार सुबह रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी घटनास्थल पर पहुंचे। उनके साथ आइएनटीटीयूसी जिला अध्यक्ष अभिजीत घटक, रानीगंज टाउन अध्यक्ष रूपेश यादव थे। तापस बनर्जी ने घटना के लिए प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कारखाना प्रबंधन का एकमात्र लक्ष्य उत्पादन हो गया है, सुरक्षा पीछे रह गई है। यही कारण है कि दुर्घटनाएं बढ़ गई है। बेहद दुख है कि तृणमूल कांग्रेस के झंडे का इस्तेमाल करके इस इलाके के कुछ लोग ट्रेड यूनियन नेता बन बैठे हैं। कारखाना प्रबंधन के साथ मिलकर सुरक्षा के नियमों का जिस प्रकार से उल्लंघन हुआ है, इसके लिए कारखाना प्रबंधन के साथ यहां के ट्रेड यूनियन के तथाकथित नेता भी दोषी हैं। सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करने पर प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, इस घटना को लेकर प्राथमिकी भी दर्ज की जानी चाहिए।

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लापरवाही के कारण हुई घटना

श्याम सेल एंड पावर लिमिटेड की घटना की सूचना पाकर वरिष्ठ सीटू नेता हेमंत प्रभाकर भी घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना लापरवाही की वजह से हुई है। श्याम सेल कारखाना के विरोध में सुरक्षा को लेकर हम लोगों ने कई बार ज्ञापन सौंपा है। लेकिन प्रबंधन की ओर से नकारात्मक रवैया अपनाया जाता रहा है। इसी का नतीजा है कि आज यह दुर्घटना घटी है।

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कारखाना प्रबंधन ने शिकायत पर नहीं किया अमल

घटना के समय मौजूद श्रमिक दीपक बाउरी ने कहा कि काफी दिनों से यह प्लांट बंद था। फ्लाईएश रखे जाने वाले बकेट की क्षमता लगभग एक टन थी, उसमें दुगुना से भी अधिक छाई यानी फ्लाईएश डाली जाती रही। आसपास भी लगभग 400 टन मलवे का जमावड़ा है, जिस कारण यह घटना घटी है। उन्होंने बताया कि छाई गरम होती है, जिसे पानी के माध्यम से ठंडा करने की प्रक्रिया भी सही नहीं है। यहां काम करने वाले कर्मियों ने कई बार प्रबंधन से शिकायत भी की, लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया। यह तो ईश्वर कृपा थी कि घटना जिस समय हुई उस वक्त मात्र पांच कर्मी ही कार्यरत थे।

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घटना होने पर सुरक्षा व्यवस्था पर उठता सवाल

रानीगंज : रानीगंज औद्योगिक क्षेत्र में यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी इस प्रकार की घटनाएं होती रही है। औद्योगिक क्षेत्र मंगलपुर में इसके पहले भी बालाजी इंडस्ट्रीज में एक श्रमिक की मौत करंट लगने से हो गई थी। फैक्ट्री में इस प्रकार की घटना आए दिन होती रही है। घटना के वक्त सुरक्षा इंतजामों को लेकर प्रश्न उठता है। प्रशासन और प्रबंधन दोनों आमने सामने होते हैं, लेकिन चंद दिनों में ही घटना को भूलकर पहले की तरह सब चलने लगता है।

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