मलय घटक की बढ़ी जिम्मेदारी व स्वपन देवनाथ का हुआ प्रमोशन
आसनसोल राज्य में ममता बनर्जी के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद सोमवार को कैबिनेट का विस्त
आसनसोल : राज्य में ममता बनर्जी के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद सोमवार को कैबिनेट का विस्तार किया गया। पश्चिम बर्द्धमान से जहां एकमात्र मलय घटक मंत्री बने। उनका प्रमोशन भी हुआ। उन्हें कानून एवं न्यायिक विभाग के साथ लोक निर्माण जैसा महत्वपूर्ण विभाग का भी मंत्री बनाया गया है। वहीं स्वपन देवनाथ का भी प्रमोशन हुआ। स्वतंत्र मंत्री की जगह कैबिनेट मंत्री बनाया गया। तीसरी बार मंत्री बनने के बाद मलय घटक ने कहा कि दीदी ने मुझ पर अपना भरोसा और विश्वास रखा है और मैं इसके लिए आभारी हूं। मुझे जो जिम्मेदारी दी जाएगी, मैं उसे पूरा करने की पूरी कोशिश करूंगा। उन्होंने दीदी से पहले दिन से ही सीख लिया था कि हमेशा लोगों के साथ रहकर उनकी सेवा कैसे करना है।
मलय घटक का कद और बढ़ा : पश्चिम बर्द्धमान के आसनसोल उत्तर सीट से लगातार तीसरी बार मलय घटक जीते हैं, यानि जीत की उन्होंने हैट्रिक लगाई है। वे पश्चिम बर्द्धमान जिले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पुराने और भरोसेमंद सिपहसालार में से हैं। तृणमूल कांग्रेस से स्थापना के समय ही जुड़े है। बीते दो सरकारों में वह महत्वपूर्ण विभाग के मंत्री रह चुके हैं। इसलिए इस बार भी उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलना तय माना जा रह था।
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स्वपन देवनाथ बने प्राणी संपदा मंत्री : स्वपन देवनाथ पूर्व बर्द्धमान जिले के तृणमूल जिलाध्यक्ष भी हैं। वह वाममोर्चा के शासनकाल के समय से ही जीत हासिल करते आ रहे हैं। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद दो बार वह ममता बनर्जी के मंत्रीमंडल में शामिल हो चुके हैं एवं राज्यमंत्री की भूमिका निभाते आए हैं। इस बार पूर्व बर्द्धमान जिले की सभी 16 सीटों पर तृणमूल ने जीत हासिल की है। इस कारण इस बार स्वपन को मंत्रीमंडल में जगह मिलना तय माना जा रहा था। इस बार उन्हें प्राणी संपदा विभाग का मंत्री बनाया गया। .....
सिदिकुल्ला चौधरी फिर से जनशिक्षा प्रसार एवं पुस्तकालय विभाग के मंत्री बने
पूर्व बर्द्धमान में मंतेश्वर सीट से इस बार सिदिकुल्ला चौधरी ने जीत हासिल की है। इसके पहले वर्ष 2016 में वह पूर्व बर्द्धमान के मंगलकोट से जीते थे एवं मंत्रीमंडल में स्थान मिला था। इस बार मंतेश्वर के तृणमूल कांग्रेस के विधायक सैकत पांजा चुनाव के पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। उस सीट से ही सिदिकुल्ला चौधरी को तृणमूल कांग्रेस ने उतारा था एवं उन्होंने सैकत पांजा को बड़े अंतर से पराजित किया था। इस कारण उनका इस बार भी मंत्री बनना तय माना जा रहा था। वहीं वह अल्पसंख्यक चेहरा भी हैं। उन्हें इस बार भी वहीं विभाग मिले हैं, जो पिछली बार थे। यानि कि उन्हें फिर से जनशिक्षा प्रसार एवं पुस्तकालय मंत्री बनाया गया है।