खुद शुरू कराऊंगा मंदिर की मरम्मत
जागरण संवाददाता आसनसोल शिल्पांचल में आस्था के केन्द्र घाघरबूढ़ी मंदिर का मुख्य भवन जर्जर
जागरण संवाददाता, आसनसोल : शिल्पांचल में आस्था के केन्द्र घाघरबूढ़ी मंदिर का मुख्य भवन जर्जर हो चुका है, साथ ही चक्रवात गुलाब के कारण भी मंदिर को क्षति हुई थी। आसनसोल के समाजसेवी कृष्णा प्रसाद ने बुधवार को मंदिर का दौरा किया और कहा कि अगर नगरनिगम मंदिर का मरम्मत कार्य नहीं करा पाती है, तो वह मंदिर का कार्य कराएंगे। वह इसके लिए 72 घंटे का इंतजार कर रहे हैं। अगर 4 दिसंबर तक नगरनिगम द्वारा कार्य शुरू नहीं किया जाता है, तो पांच दिसंबर से वह खुद कार्य शुरू कराएंगे। उन्होंने कहा कि मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं, यह मंदिर शिल्पांचलवासियों की आस्था का केन्द्र है। विभिन्न हिस्सों से लोग यहां पूजा के लिए आते हैं। दो महीना पहले मंदिर की मरम्मत कार्य के लिए सर्वे किया गया था। लेकिन आज तक काम शुरू नहीं किया गया। भगवान न करे अगर कोई हादसा हो जाता है तो उसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? उन्होंने कहा कि मंदिर के प्रति देश ही नहीं बल्कि विदेशों में रहनेवाले लोगों में गहरी आस्था है। इसलिए मंदिर की जर्जर स्थिति को देखते हुए मंदिर को आपात स्थिति में मरम्मत किया जाना चाहिए। अगर नगरनिगम द्वारा 72 घंटे में मंदिर के मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया जाता है, तो वह अपने स्तर से मंदिर का निर्माण कराएंगे। वह नियमित रूप से मंदिर में आते हैं। यहां के पुजारी भी उन्हें मंदिर की जर्जर स्थिति के बारे में कहते हैं। उन्हें खुद भी मंदिर की स्थिति को देखकर बुरा लगता है। राज्य के कानून मंत्री मलय घटक पूरे मंदिर परिसर को एक भव्य रूप देने की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। लेकिन फिलहाल मंदिर के मुख्य भवन की जर्जर स्थिति को ठीक करने की जरूरत है। जिसे नगरनिगम से ठीक करने की बात कही गई थी, पर अभी तक कुछ नहीं किया गया। इसमें चेयरपर्सन अमरनाथ चटर्जी को सक्रियता दिखानी चाहिए। इस कार्य को आपात स्थिति में करना चाहिए था।
मंदिर मरम्मत के लिए चल रही टेंडर प्रक्रिया, ज्यादा चिता करने की जरूरत नहीं : वहीं इस संबंध में आसनसोल नगरनिगम के चेयरपर्सन अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि मंदिर को लेकर अन्य किसी को ज्यादा चिता करने की जरूरत नहीं है। समाजसेवी हैं समाजसेवा करें अच्छी बात है। समाज में जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए और भी कार्य हैं। मंदिर की मरम्मत को लेकर नगरनिगम की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सरकारी काम करने के लिए नियम कानून का पालन करना होता है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है।