धान की भूमि का ताज पाने को हर दल बेताब

हृदयानंद गिरि ब‌र्द्धमान पूर्व ब‌र्द्धमान जिले को धान की खेती के लिए जाना जाता है। इस कृषि प्रधान जिले

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 11:31 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 11:31 PM (IST)
धान की भूमि का ताज पाने को हर दल बेताब
धान की भूमि का ताज पाने को हर दल बेताब

हृदयानंद गिरि, ब‌र्द्धमान :पूर्व ब‌र्द्धमान जिले को धान की खेती के लिए जाना जाता है। इस कृषि प्रधान जिले में इस बार फिजा कुछ बदलती नजर आ रही है। धान की इस मिट्टी पर जोड़ा फूल (तृणमूल) का दबदबा रहा है। इस बार यहा कमल (भाजपा) भी खिलने को बेताब है। तृणमूल यहा अपना वर्चस्व कायम रखना चाहती है, जिसका नतीजा है कि मुख्यमंत्री यहा आधा दर्जन से अधिक तो उनके सासद भतीजे भी कई चुनावी रैलिया कर चुके हैं। 2016 के चुनाव में जिले की 16 सीटों में 14 तृणमूल काग्रेस के पास थी। भाजपा की बेकरारी इस बात से पता चलती है कि ब‌र्द्धमान की धरती पर पहली बार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन भी हो चुका है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, स्मृति ईरानी, बंगाल के स्टार प्रचारक अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती भी भाजपा के पक्ष में हवा बना चुके हें। ममता बनर्जी भी पूरी ताकत लगाए हैं। यहा आठ सीट पर शनिवार व आठ पर 22 अप्रैल को मतदान होगा। भातार समेत जिन आठ सीटों पर 22 अप्रैल को चुनाव है वहा सियासी तपिश चरम पर है।

भातार : तृणमूल ने यहा अपने विधायक सुभाष मंडल का टिकट काटकर मानगोविंद अधिकारी को उतारा है। जबकि भाजपा से यहा महेंद्रनाथ कोवार मैदान में हैं। माकपा से नजरूल हक मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। यहा इस बार तृणमूल-भाजपा में सीधा मुकाबला देखा जा रहा है। माकपा भी रण जीतने को हर जुगत कर रही है।

पूर्वस्थली दक्षिण : यहा से तीन बार से तृणमूल के विधायक सह राज्य के कुटीर उद्योग राज्यमंत्री स्वपन देवनाथ मैदान में हैं। भाजपा ने राजीव भौमिक को मैदान में उतारा है, जबकि संयुक्त मोर्चा समíथत काग्रेस प्रत्याशी अभिजीत भट्टाचार्य ताल ठोक रहे हैं, यहा तृणमूल-भाजपा में सीधा मुकाबला है। काग्रेस भी पूरी ताकत लगाए हैं।

पूर्वस्थली उत्तर : पिछले चुनाव में यहा माकपा के प्रदीप साहा को जीत मिली थी, इस बार भी वे चुनाव मैदान में हैं। यहा से भाजपा ने गोब‌र्द्धन दास को मैदान में उतारा है। टीएमसी से तपन चटर्जी उतरे हैं। यहा त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है।

गलसी : यहा से पिछले बार तृणमूल को जीत मिली थी, लेकिन यहा तृणमूल ने रायना के निवर्तमान विधायक नेपाल घोरूई को भेजा है। भाजपा से विकास विश्वास मैदान में हैं। यहा फारवर्ड ब्लॉक के नंदलाल पंडित हैं। तृणमूल-भाजपा में मुकाबला दिख रहा है। मगर फारवर्ड ब्लॉक भी ताकत लगा रहा है।

कटवा : यहा से पाच बार के विधायक रवींद्रनाथ चटर्जी तृणमूल के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने श्यामा मजूमदार एवं काग्रेस ने प्रबीर गागुली को उतारा है। यहा भाजपा व तृणमूल में मुकाबला है। उसे त्रिकोणीय बनाने की कोशिश में काग्रेस लगी है।

केतुग्राम : पिछली बार यहा से तृणमूल के शेख शहनवाज जीते थे, इस बार भी वे मैदान में हैं। भाजपा ने अनादि घोष को उतारा है, माकपा ने मिजानुल कबीर को टिकट दिया है। यहा भी भाजपा व तृणमूल टक्कर दिख रही है। बावजूद इसके माकपा रण को दिलचस्प बनाकर समर जीतने को हर उपाय में लगी है।

मंगलकोट : यहा से पिछली बार तृणमूल के सिदिकुल्ला चौधरी जीते थे, उन्हें दूसरी जगह से टिकट दिया गया है। यहा से अपूर्व चौधरी को तृणमूल ने उतारा है। यहा से माकपा के पूर्व विधायक शाहजहा चौधरी मैदान में हैं। भाजपा ने यहा से राणा प्रताप गोस्वामी को उतारा है। यहा त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है।

आउसग्राम : जिले में सबसे ज्यादा सुíखयों में रहने वाली इस सीट से घरों में काम करने वाली मेड कलिता को भाजपा ने उतारा है। पिछली बार चुनाव जीते अभेदानंद पर तृणमूल ने विश्वास जताया है। यहा से माकपा ने चंचल कुमार माझी को उतारा है, मुकाबला भाजपा व तृणमूल में देखा जा रहा है। माकपा भी ताकत लगा रही है।

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