ऊपरा में सब एक्के बा, झूठे हमनी संबंध खराब करत हई

देवघर पश्चिम बंगाल की चुनावी तपिश से न केवल बंगाल तप रहा है बल्कि इसकी गर्मी देश के अन्य

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:48 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:48 PM (IST)
ऊपरा में सब एक्के बा, झूठे हमनी संबंध खराब करत हई
ऊपरा में सब एक्के बा, झूठे हमनी संबंध खराब करत हई

देवघर : पश्चिम बंगाल की चुनावी तपिश से न केवल बंगाल तप रहा है, बल्कि इसकी गर्मी देश के अन्य राज्यों में भी महसूस हो रही है। इसका अहसास तब हुआ जब चुनावी माहौल जानने के लिए जागरण प्रतिनिधि सियालदह-बलिया कोविड स्पेशल में सवार हुए। सायं 5:25 बजे ट्रेन आसनसोल स्टेशन पर रूकी तो कई लोग उतरे और कई लोग सवार भी हुए। मैं भी सवार हो गया। गेट के पास सीट पर बैठे बुजुर्ग व युवाओं की टोली चुनावी चर्चा में मशगूल थे। हम भी थोड़ी सी जगह देखकर बैठ गए और तब तक ट्रेन भी रफ्तार पकड़ने लगी थी।

चुनावी चर्चा में मशगूल अधिकांश लोग झारखंड व बिहार के थे, लेकिन वर्षों से आसनसोल सहित बंगाल के अन्य जगहों पर रहकर अपनी जीविका चला रहे हैं। सियालदह से आ रहे विनोद प्रसाद ने कहा कि बंगाल का चुनाव तो एकदम हाई वोल्टेज पर बा, स्थिति इ हो गया है कि सबका का नजर यहीं के चुनाव पर लग गया है। दीदी व दादा में खूब आरोप-प्रत्यारोप हो तबा। तभी आसनसोल से झाझा जा रहे किशन शर्मा बोल उठे कि कुछ नइखे इस सब सत्ता का खेल है। इ खेल में जातपात व धरम के भी खेल होत है। एइसे में आपसी मतभेद भी बढ़त जात है। तभी बीच में बात को काटते हुए 65 वर्षीय राम किशुन बोल उठते हैं कि जनता बेकूफ बा न, जवन इनहन लोग के झांसा में आ जात बा। ऊपरा में सब एक्के होके सत्ता का मलाई खाला, जनता इ लोग के नाम पर आपस में लड़-भिड़ के संबंध खराब करेला। तब तक युवा राजकिशोर भी अपने आपको को चुप नहीं रख सके और बोले की एतने ना भईया मारपीट व केस-मुकदमा तक हो जाला। लड़त रहा के देखे आवत बा। तब तक मुंशी राजहंस कहते हैं कि देखत ना बड़ा आम जनता के केतना चिता बा इ लोगन के। कोरोना से आदमी मरत बाडन लेकिन इनहन लोग के कुर्सी चाही, जनता भाड़ में जाए। चुनाव प्रचार में भीड़ जुटत बा तो वो मन कोरोना ना होत ह।

तभी शंकर प्रसाद बीच में बात काटते हुए बोले कि कुछ भी हो बंगाल का चुनाव दिलचस्प हो गया है। कहना मुश्किल है कि ऊंट किस करवट बैठेगा। परिवर्तन की आंधी आएगी या फिर से ममता की हैट्रिक लगेगी यह नतीजा आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। लेकिन दोनों पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगा दिया है। इसी दौरान मुकेश कुमार अपना राजनीतिक समीकरण बैठाते हुए बोले की दीदी तो अपने विकास कार्यों को लेकर मैदान में हैं, तभी राजीव बोले की उनके विकास के सारथी तो हर दिन भगवा धारण कर रहे हैं।

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