दुर्गापुर शहर व कारखानों में होगी पानी की समस्या
दुर्गापुर दुर्गापुर दामोदर बैराज का लॉक गेट क्षतिग्रस्त होने के कारण दुर्गापुर शहर के
दुर्गापुर : दुर्गापुर दामोदर बैराज का लॉक गेट क्षतिग्रस्त होने के कारण दुर्गापुर शहर के साथ-साथ कल-कारखानों में भी पानी की समस्या होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि लोगों को उम्मीद है कि पिछली बार की तरह इस बार स्थिति नहीं होगी।
शहर की आबादी तकरीबन सात लाख है। दामोदर बैराज से पानी लेकर उसे साफ कर दुर्गापुर नगर निगम (डीएमसी), दुर्गापुर इस्पात संयंत्र (डीएसपी) एवं दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) आपूर्ति करता है। कल-कारखानों में भी बैराज से ही पानी जाता है। बैराज से निकलने वाले फीडर कैनल से पंप से पानी निकालकर ट्रीटमेंट के लिए भेजा जाता है। वहां से फिर उसकी आपूर्ति होती है। ऐसे में एक बार फिर पानी की समस्या होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। ऐसे समय में सोशल मीडिया पर कई लोग पानी बर्बाद न करने की अपील कर रहे हैं एवं लोगों को जागरूक कर रहे हैं। हालांकि शहर के मेयर परिषद सदस्य जल विभाग पवित्र चटर्जी ने कहा कि इस बार पिछली बार जैसी स्थिति नहीं होगी। डीएमसी की ओर से इमरजेंसी में पानी की समस्या दूर करने के लिए शहर में 36 सबमर्शल पंप बैठाने का निर्णय वर्ष 2018 में लिया। भूगर्भ जल स्तर की जांच यादवपुर विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की टीम ने की। टीम ने शहर में 25 जगह को चिह्नित कर दिया था, जहां व्यवस्था की गई है। पवित्र चटर्जी ने कहा कि डीएमसी के पास 28 पानी का टैंकर है। जरूरत पड़ने पर और 10 टैंकर की व्यवस्था की जाएगी। सब मार्शल पंप से पानी लेकर हर इलाके में आपूर्ति होगी। शहर में डीएमसी की ओर से दिन में दो बार पानी की आपूर्ति होती है। हालांकि शनिवार को एक बार पानी दिया गया। बैराज जल शून्य होने के पहले पानी का स्टॉक भी डीएमसी द्वारा किया गया है। रविवार की सुबह स्टॉक पानी की आपूर्ति होगी। उसके बाद टैंकर से पानी दिया जाएगा। फिहला सागरभांगा, पियाला के एक-एक और अंगदपुर के दो सबमार्शल पंप से टैंकरों में पानी भरा जा रहा है। वहीं आसनसोल नगर निगम से भी संपर्क किया गया है। ताकि मदद लिया जा सके। दूसरी ओर डीएसपी टाउनशिप में शनिवार की सुबह पानी की आपूर्ति हुई। रविवार की सुबह भी पानी दिया जाएगा। रविवार शाम तक पानी की समस्या नहीं होने की बात कही जा रही है। शहर के कल-कारखानों में डीएमसी की ओर से पानी की आपूर्ति होती है। हालांकि पश्चिम बंगाल स्पंज आयरन मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शंकर लाल अग्रवाल ने कहा कि पानी की समस्या तो होगी ही, विकल्प कोई उपाय भी नहीं है, लेकिन इस बार ज्यादा प्रभाव पड़ने का उम्मीद नहीं है।