शिक्षक के प्रयास से आदिवासी महिलाओं को मिली वैक्सीन

संवाद सूत्र जामुड़िया जामुड़िया में तिलका मांझी आदिवासी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक दीप नारा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 11:28 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 11:28 PM (IST)
शिक्षक के प्रयास से आदिवासी महिलाओं को मिली वैक्सीन
शिक्षक के प्रयास से आदिवासी महिलाओं को मिली वैक्सीन

संवाद सूत्र, जामुड़िया : जामुड़िया में तिलका मांझी आदिवासी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक दीप नारायण नायक आदिवासी समाज के लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहे है। दीप नारायण आदिवासी समाज के बच्चों को शिक्षा देने के साथ आदिवासी समाज के लोगों को जागरूक करने का भी कार्य करते आ रहे है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से लोगों को बचाने के लिए शिक्षक दीप नारायण हर संभव प्रयासरत है। उन्होंने अपने प्रयास से आदिवासी इलाके की महिलाओं को कोरोना का टीका दिलाया। आदिवासियों को कोरोना टीका दिलाने के लिए उन्होंने मंगलवार को टीका रथ निकाला। यह रथ जामुड़िया के मालती पाड़ा, उपर जोबा पाड़ा, बाउरी पाड़ा, मोर पाड़ा, कंथल पाड़ा, स्कूल पाड़ा सहित आसपास के आदिवासी क्षेत्रों से होते हुए गुजरा। इस रथ में आदिवासी महिलाओं को सवार कर स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया गया। शिक्षक दीप नारायण नायक ने कहा पिछले दिनों यास चक्रवात के कारण कई आदिवासी लोगों के घरों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने जब ऐसे पीड़ित परिवारों का दौरा किया तो पाया कि आदिवासी समाज की ऐसी सैकड़ों महिलाएं हैं जिन्होंने अभी तक कोरोना की वैक्सीन नहीं लगाई है। यह एक हैरान करने वाली बात थी। दीप नारायण नायक ने खुद के प्रयास से ऐसी तमाम महिलाओं को नामांकित किया तथा तमाम लोगों के नामों को जामुड़िया के अकलपुर ब्लाक स्वास्थ्य केंद्र अधिकारी को सौंपा। इस आधार पर इन तमाम महिलाओं को वैक्सीन देने के लिए मंगलवार का दिन निर्धारित किया गया। हालांकि यहां एक और समस्या उत्पन्न हुए वह यह की आदिवासी समाज की महिलाएं स्वास्थ्य केंद्र तक जाएंगी कैसे। इस समस्या को दूर करने के लिए शिक्षक दीप नारायण नायक ने एक बस का इंतजाम किया एवं इस बस का नाम कोरोना टीका रथ रखा। इस कोरोना टीका रथ के सहारे तमाम आदिवासी महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया गया एवं सबको कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। उन्होंने कहा वैक्सीन देने में स्वास्थ्य केंद्र के अविनाश बेसरा, विशाखा गोराई एवं उत्तम कुमार मेटाक का अत्यंत सहयोग रहा।

वैक्सीन को लेकर बेवजह थी भयभीत : किरानी मंझियाइन, सूरजमणि सोरेन आदि महिलाओं ने कोरोना का टीका लगाने के बाद कहा कि वह पूर्ण रूप से स्वस्थ महसूस कर रही है। हम बेवजह ही कोरोना वैक्सीन को लेकर भयभीत थें। वैक्सीन लेने के बाद हमें कुछ नहीं हुआ। उन्होंने समाज की अन्य महिलाओं को भी सामने आकर कोरोना वैक्सीन लेने का आग्रह किया। साथ ही शिक्षक दीप नारायण नायक का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि शिक्षक ने हमें वैक्सीन के प्रति जागरूक किया एवं स्वयं के प्रयास से हमें वैक्सीन प्रदान कराई।

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