कावासाकी पीड़ित बच्चे का जिला अस्पताल में किया गया इलाज
जागरण संवाददाता आसनसोल आसनसोल जिला अस्पताल में कोरोना संकट में जटिल रोग कावासाकी से पी
जागरण संवाददाता, आसनसोल : आसनसोल जिला अस्पताल में कोरोना संकट में जटिल रोग कावासाकी से पीड़ित एक वर्षीय बच्चा आसनसोल जिला अस्पताल में इलाज कराकर स्वस्थ होकर मंगलवार को घर लौटा। आसनसोल के बुधा गांव निवासी आलोक साव का एक माह की उम्र में कोलकाता के पीजी अस्पताल में हृदय यंत्र का ऑपरेशन हुआ था। उसके शरीर के वेसेल उलटे होने के कारण आपरेशन करना पड़ा। वह इलाज कराकर घर लौट आया। बाद में 13 जून को फिर से बीमार होने पर बच्चे को आसनसोल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उस समय तेज बुखार, पेट में सूजन और आंखों का लाल होना, शरीर का लाल होना और अन्य लक्षणों के साथ मरीज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आसनसोल जिला अस्पताल के शिशु विशेषज्ञ डॉ. रुद्रनील लाहिड़ी की देखरेख में भर्ती कराया और इलाज शुरू किया। लक्षण देखकर लगा कि यह कावासाकी रोग है। कोरोना संकट में बच्चों में इसके होने का खतरा है। इस तरह की बीमारियों का इलाज महकमा या जिला अस्पताल में संभव नहीं है। हृदय आपरेशन के बाद बच्चे का इलाज जिले में होना यह पहली घटना है। इसके बाद इकोकार्डियो जांच कर वह निश्चित हुए कि उसे कावासाकी रोग है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी में शरीर में रक्त संचार बाधित हो जाता है। इसमें मरीज की जान भी जा सकती है। वहीं इस तरह हृदय का आपरेशन कराने वाले शिशु को यह रोग होना और गंभीर स्थिति थी। हम, सभी स्वास्थ्य कर्मचारी मिलकर बच्चे को स्वस्थ घर वापस भेज पाये इसी से खुश हैं। साथ ही, माता-पिता से अनुरोध किया कि बच्चों को लगातार बुखार रहने पर लापरवाही न बरतें। अस्पताल लेकर आयें। जिला अस्पताल के सुपर निखिल चंद्र दास ने डॉक्टरों सहित सभी स्वास्थ्य कर्मियों के काम की सराहना की।