छठ मइया की पूजा के साथ सूर्यदेव को अ‌र्घ्य

जागरण संवाददाता आसनसोल लोक आस्था के पावन पर्व चैती छठ पूजा पर रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 09:05 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 09:05 PM (IST)
छठ मइया की पूजा के साथ सूर्यदेव को अ‌र्घ्य
छठ मइया की पूजा के साथ सूर्यदेव को अ‌र्घ्य

जागरण संवाददाता, आसनसोल : लोक आस्था के पावन पर्व चैती छठ पूजा पर रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य देने के लिए विभिन्न छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। चार दिवसीय छठ पूजा की शुरूआत बीते 16 अप्रैल को नहाय खाय के साथ हुआ था। सोमवार को उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य के साथ चार दिवसीय पर्व संपन्न होगा। विभिन्न हिन्दी भाषी बाहुल क्षेत्र में छठ पूजा को लेकर विशेष चहल-पहल देखी गई।

चैती छठ पर बर्नपुर के बीसी कॉलेज तालाब, रामबांध के दुधिया तालाब, दामोदर नदी सहित अन्य जगहों पर श्रद्धालुओं ने अस्ताचल सूर्य देव को अ‌र्घ्य दिया। छठ के दौरान सूप पर केला, धूप, ठेकुआ, नारंगी, नारियल, सहित अन्य फलों को सजाया गया। छठ व्रतियों के साथ श्रद्धालुओं ने भी छठ मईया की पूजा के साथ सूर्यदेव को अ‌र्घ्य दिया। छठ व्रतियों ने कहा कि चैत की छठ पूजा महत्वपूर्ण होने के साथ कठिन भी है। इस दौरान मन्नत मांगने वाले छठ व्रती ढ़ोल-बाजे के साथ आसनसोल बीसी कॉलेज तालाब पहुंचे थे। बर्नपुर शांतिनगर स्थित जोड़ा मंदिर की ओर से छठ व्रतियों के लिए शिविर भी लगाया गया था। कोरोना के मद्देनजर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालुओं ने छठ को मनाया।

रेलपार : आसनसोल रेलपार भुरुभुरिया नदी तपसी बाबा छठ घाट पर चैती छठ पूजा धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां आसनसोल नगर निगम सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पूरा सहयोग किया। पूर्व में चैती छठ पूजा बहुत कम लोग मनाते थे। लेकिन साल दर साल इतनी संख्या में इजाफा होते जा रहा है। भुरभूरिया नदी छठ घाट पर राम कृष्णा डंगाल, तरी मोहल्ला, कोयरी मोहल्ला, धधका रोड, तपसी बाबा, लाल बंगला आदि इलाके की महिलाएं पूजा करने पहुंची थी।

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