ठंडे बस्ते में जा सकती को-आर्डिनेटर की नियुक्ति

जागरण संवाददाता आसनसोल राज्य सरकार द्वारा कोलकाता नगरनिगम की तर्ज पर आसनसोल नगरनिगम क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:32 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 11:32 PM (IST)
ठंडे बस्ते में जा सकती को-आर्डिनेटर की नियुक्ति
ठंडे बस्ते में जा सकती को-आर्डिनेटर की नियुक्ति

जागरण संवाददाता, आसनसोल : राज्य सरकार द्वारा कोलकाता नगरनिगम की तर्ज पर आसनसोल नगरनिगम के वॉर्डों का दायित्व देने के लिए को-आर्डिनेटर नियुक्त किये जाने का निर्देश दिया गया था। लेकिन डेढ़ महीने से अभी अधिक बीतने के बाद टीएमसी की आपसी कलह के कारण नियुक्ति नहीं की जा सकी है। अब कोरोना संक्रमण घटने से नगरनिगम चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। संभावना जताई जा रही है कि आसनसोल समेत राज्य के 116 निकायों में सितंबर माह में चुनाव हो सकते हैं। अब इस परिस्थिति में चुनाव के पहले शायद ही टीएमसी को-आर्डिनेटरों की नियुक्ति करने का रिस्क लेगी। क्योंकि हर वॉर्ड में एक अनार कई बीमार वाली स्थिति है। जिसे को-आर्डिनेटर का दायित्व मिलेगा वह खुश होगा, लेकिन जिन्हें नहीं मिलेगा वह नाराज हो जायेगा। जिसका असर चुनाव पर भी पड़ने का खतरा हो सकता है। इस परिस्थिति में हो सकता है कि इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया जाये। क्योंकि अगर सितंबर में चुनाव होंगे, तो इसकी घोषणा अगस्त में ही हो जायेगी। जून अब खत्म होने को है। ऐसे में सिर्फ एक महीने के लिए को-आर्डिनेटर नियुक्त कर आ बैल मुझे मार का खतरा टीएमसी शायद ही मोल लेगी।

आसनसोल नगरनिगम के अंतर्गत 106 वॉर्ड हैं। बीते अक्टूबर 2020 से ही यहां निर्वाचित बोर्ड नहीं है। राज्य सरकार ने प्रशासकीय बोर्ड को निगम संचालन का जिम्मा सौंपा है। वहीं कोरोना संकट के कारण चुनाव में विलंब हो रहा है। इस परिस्थिति में नागरिकों को विभिन्न नागरिक सेवा एवं सुविधाएं मिलने में परेशानी न हो। इसके लिए वॉर्ड स्तर पर को-आर्डिनेटर नियुक्त करने का निर्णय लिया गया था। संभावना जतायी जा रही थी कि जिन वॉर्डों में तृणमूल कांग्रेस के पार्षद थे। वहां पूर्व पार्षदों को ही को-आर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं जहां टीएमसी के पार्षद नहीं है। वहां टीएमसी से जुड़े अन्य व्यक्ति को जिम्मेदारी दी जा सकती है। टीएमसी ने अपने विधायकों से क्षेत्र के वॉर्डों के लिए को-आर्डिनेटर नियुक्त करने के लिए सूची भी मांगी थी। सूत्रों के अनुसार विधायकों ने जो सूची दी है, जिसमें कई टीएमसी के ही लोगों का नाम नहीं था। जिसे लेकर किच-किच हो रही थी। इसके कारण आज तक को-आर्डिनेटर की घोषणा नहीं हो पाई। आसनसोल नगरनिगम में आसनसोल एवं बर्नपुर शहर के 54 वॉर्डों के अलावा कुल्टी विधानसभा के 28 वॉर्ड, जामुड़िया के 12 वॉर्ड तथा रानीगंज के 12 वॉर्ड आते हैं। 2015 में हुए चुनाव में टीएमसी ने बोर्ड गठन किया था। तब टीएमसी के पार्षदों की संख्या 75 थी। लेकिन बाद में भाजपा, कांग्रेस और वाममोर्चा के पार्षदों के टीएमसी में शामिल होने से टीएमसी के पार्षदों की संख्या 85 के करीब हो गई थी। हालांकि विधानसभा चुनाव के समय कई पूर्व पार्षद भाजपा में शामिल हो गये। वहीं भाजपा का दावा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान 106 में से 66 वार्डों पर भाजपा को बढ़त मिली थी। भाजपा के पूर्व पार्षद जल्द चुनाव की मांग भी कर चुके हैं। वहीं टीएमसी भी चाहेगी कि विधानसभा चुनाव की जीत की लय को बरकरार रखते हुए, इसी में नगरनिगम चुनाव भी करा लिए जाये।

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