अवैध निर्माण तोड़ने को डीपीएल पर पक्षपात का आरोप

जागरण संवाददाता दुर्गापुर दुर्गापुर प्रोजेक्ट लिमिटेड (डीपीएल) इलाके में अवैध ढंग से निमा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:28 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:28 PM (IST)
अवैध निर्माण तोड़ने को डीपीएल पर पक्षपात का आरोप
अवैध निर्माण तोड़ने को डीपीएल पर पक्षपात का आरोप

जागरण संवाददाता, दुर्गापुर :

दुर्गापुर प्रोजेक्ट लिमिटेड (डीपीएल) इलाके में अवैध ढंग से निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया गया। जिसे लेकर डीपीएल प्रबंधन पर पक्षपात करने का आरोप लगा है। जिसके खिलाफ बुधवार को डीपीएल के प्रशासनिक भवन के समक्ष स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में 39 नंबर वॉर्ड के पार्षद भी शामिल हुए। हालांकि प्रबंधन ने आरोप को गलत बताया। डीपीएल में जगह पर अवैध ढंग से कब्जा कर कई निर्माण कार्य वर्षों से चला आ रहा है। दुकान के अलावा घर भी कई लोगों द्वारा तैयार किया गया है। जहां से अवैध ढंग से कब्जा जमाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग काफी समय से हो रही है। अब जाकर डीपीएल की ओर से अवैध कब्जा हटाने का काम शुरु किया गया है। लेकिन इस कार्य में ही पक्षपात का आरोप लग रहा है। जहां कुछ कुछ लोगों का अवैध निर्माण तोड़ा जा रहा है। लोगों की मांग है कि डीपीएल प्रबंधन को एक सामान रुप से काम करना चाहिए, अन्यथा जिनका घर, दुकान अब तक तोड़ा गया है, उन्हें मुआवजा देना होगा। इस मांग को लेकर डीपीएल प्रशासनिक भवन के समक्ष प्रदर्शन किया गया। मंगलवार को गैमन ब्रिज के परशुराम पासवान की दुकान तोड़ी गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 1962 से हमलोगों की यहां दुकान है, साइकिल की मरम्मत कर परिवार का भरण-पोषण होता है। लॉकडाउन में ऐसे ही हमलोग परेशान है। मेरे आसपास कई दुकानें है, लेकिन सभी को छोड़कर केवल मेरे दुकान को तोड़ा गया। उनके पुत्र लक्ष्मण पासवान ने कहा कि रात में कुछ लोगों ने रुपया की मांग की। हमलोग उनकी मांग पूरी नहीं कर पाएं। इस कारण हमारी दुकान को तोड़ दिया गया। जबकि कई दुकान आसपास में है। हमारी दुकान को पुराने रुप में देना होगा, अन्यथा सभी दुकानों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। आंदोलन में पार्षद शशांक शेखर भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मैंने खुद भी कई बार पत्र देकर डीपीएल से अवैध कब्जा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। लेकिन मंगलवार को एक व्यक्ति की दुकान व घर तोड़ दिया गया। जानकारी मिलने पर मैं भी उनके पास पहुंचा। उन्होंने कहा कि रुपया लेकर क्वार्टर भी अवैध ढंग से दिया जा रहा है। डीपीएल में कई पेड़ों को काट दिया गया। समस्या समाधान को डीपीएल प्रबंधन ने पार्षद के साथ बातचीत की, तब जाकर स्थिति सामान्य हुई। डीपीएल का कहना है कि धीरे-धीरे सभी अवैध निर्माण को तोड़ दिया जाएगा। डीपीएल के जनसंपर्क अधिकारी एस मित्रा ने कहा कि नोटिस देकर कार्रवाई हुई है, कोई पक्षपात नहीं हुआ है। सभी अवैध निर्माण को तोड़ा जाएगा।

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