ग्रामीणों ने एई और जेई को बनाया बंधक

ज्ञानसू ज्ञाणजा मोटर मार्ग निर्माण की जद में आए खेतों का प्रतिकर न मिलने से गुस्साए ग्रामीणों ने पीएजजीएसवाई के सहायक अभियंता और अवर अभियंता को करीब 20 मिनट तक बंधक बनाया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 10:27 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 10:27 PM (IST)
ग्रामीणों ने एई और जेई को बनाया बंधक
ग्रामीणों ने एई और जेई को बनाया बंधक

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : ज्ञानसू ज्ञाणजा मोटर मार्ग निर्माण की जद में आए खेतों का प्रतिकर न मिलने से गुस्साए ग्रामीणों ने पीएजजीएसवाई के सहायक अभियंता और अवर अभियंता को करीब 20 मिनट तक बंधक बनाया। इसके साथ ही पीएमजीएसवाई कार्यालय के परिसर में भी जमकर हंगामा काटा। कार्यालय में प्रदर्शन करने के लिए ग्रामीण खाली बोरियों को लेकर भी पहुंचे थे, जिसमें ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों से मांग की है कि यदि अनाज दें या फिर सड़क निर्माण के लिए काटे गए खेतों का प्रतिकर दें।

बुधवार को बड़ी संख्या में साल्ड और ज्ञाणजा के ग्रामीण पीएमजीएसवाई के कंसेण स्थित कार्यालय में पहुंचे। कार्यालय में अधिशासी अभियंता नहीं मिले, तो ग्रामीण और भड़क उठे। ग्रामीणों ने अधिशासी अभियंता के कार्यालय में बैठे हुए सहायक अभियंता और अवर अभियंता को कार्यालय के अंदर ही बंद कर दिया। करीब 20 मिनट तक कार्यालय का दरवाजा नहीं खोला। कार्यालय में ढोल नगाड़ों के साथ प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2014-15 में ज्ञानसू-ज्ञाणजा मोटर मार्ग पर साल्ड और ज्ञानजा के ग्रामीणों की 100 से अधिक परिवारों की खेती की भूमि को सड़क निर्माण के लिए काटा गया। उसके सात वर्ष बाद बीत जाने के बाद भी अभी तक ग्रामीणों को न तो फसल दबान की धनराशि मिली और न ही भूमि का प्रतिकर दिया गया है। ग्रामीणों के आक्रोश को शांत करने के लिए पीएमजीएसवाई के सहायक अभियंता ने अधीक्षण अभियंता से फोन पर बात करवाई। अधीक्षण अभियंता ने दो माह के अंतराल में भूमि प्रतिकर देने का आश्वासन दिया।

क्षेत्र पंचायत सदस्य तनुजा नेगी, ग्राम प्रधान साल्ड संजू नेगी, प्रधान ज्ञाणजा कमलेश भट्ट ने कहा कि प्रतिकर को लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन, अभी तक प्रतिकर नहीं मिला है। कुछ परिवार तो ऐसे हैं, जिनके बाद केवल वही कृषि भूमि थी, जो सड़क निर्माण की जद में आई है। इसलिए उनके सामने अनाज और आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि सड़क के कटान और दबान का प्रतिकर अगर 10 सितंबर तक नहीं दिया गया तो ग्रामीण उग्र आंदोलन करेंगे। इस मौके पर सुरजीत राणा, मनोज नेगी, इंद्रमणि भट्ट, पूर्व प्रधान राजेश राणा, रणवीर सिंह पंवार, बलदेव सिंह राणा, लक्ष्मण सिंह महर, जगवीर सिंह, विजयलक्ष्मी, विजया महर, आनंद पंवार, भगवान सिंह, संतोष भट्ट आदि थे।

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