यात्रा कार्यक्रम के साथ गड़बड़ाया यात्रियों का बजट

दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण चारधाम यात्रा पर खासा असर पड़ा है। मौसम विभाग की चेतावनी और सुरक्षा के लिहाज से शासन-प्रशासन ने बारिश के रुकने तक रविवार दोपहर से यात्रा पर अस्थाई रोक लगाई है। चारधाम यात्रा के लिए जो यात्री आए थे वे अलग-अलग पड़ाव पर होटलों में ठहरे हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 05:53 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 05:53 PM (IST)
यात्रा कार्यक्रम के साथ गड़बड़ाया यात्रियों का बजट
यात्रा कार्यक्रम के साथ गड़बड़ाया यात्रियों का बजट

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण चारधाम यात्रा पर खासा असर पड़ा है। मौसम विभाग की चेतावनी और सुरक्षा के लिहाज से शासन-प्रशासन ने बारिश के रुकने तक रविवार दोपहर से यात्रा पर अस्थाई रोक लगाई है। चारधाम यात्रा के लिए जो यात्री आए थे, वे अलग-अलग पड़ाव पर होटलों में ठहरे हुए हैं। बारिश के कारण यात्रियों का यात्रा बजट भी गड़बड़ा गया है। विभिन्न पड़ावों के होटलों में ठहरे यात्री रविवार और शनिवार को बारिश के थमने का इंतजार करते रहे।

उत्तरकाशी जनपद में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के विभिन्न पड़ावों पर करीब 1500 से अधिक यात्री हैं। यमुनोत्री धाम के पड़ावों में बड़कोट, हनुमान चट्टी, जानकी चट्टी व खरसाली शामिल हैं, जबकि गंगोत्री धाम के मुख्य पड़ाव में उत्तरकाशी, नेताला, भटवाड़ी, गंगनानी, झाला, हर्षिल, धराली और गंगोत्री शामिल है। गंगोत्री धाम में 150, हर्षिल में 100, धराली में 120 यात्री रविवार से बारिश के रुकने का इंतजार कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में होटलों का किराया भी काफी महंगा है, जो यात्रियों की जेब पर भारी पड़ रहा है। सरकार की ओर से यात्रियों को खाने रहने में किसी तरह का आर्थिक सहयोग नहीं दिया गया है। इसके साथ ही यात्रियों का अन्य धामों में दर्शन व वापसी का कार्यक्रम गड़बड़ा गया है।

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हर सेक्टर में की है अधिकारियों की तैनाती

उत्तरकाशी : मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आपदा प्रबंधन कार्यालय में पहुंच कर सोमवार को सभी तहसीलों में बारिश की वस्तुस्थिति को जाना। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि जनपद में वर्तमान में हल्की बारिश हो रही है। यात्री सुरक्षित जगह होटलों और धर्मशालाओं आदि स्थानों में ठहरे हुए हैं। हर सेक्टर पर जिम्मेदार अधिकारियों की तैनाती की गई है, ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो। साथ ही जीवन रेखा से जुड़े सभी विभागों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।

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