2030 तक पूरे करने हैं सतत विकास के लक्ष्य
सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एंड गुड गवर्नेंस उत्तराखंड नियोजन विभाग ने कार्यक्रम आयोजित किया।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एंड गुड गवर्नेंस उत्तराखंड नियोजन विभाग एवं यूएनडीपी की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सतत विकास लक्ष्यों को क्रियान्वयन को लेकर चर्चा हुई, जिसमें वक्ताओं की ओर से बताया कि सतत विकास के लक्ष्यों को वर्ष 2030 तक पूरा किया जाना है।
कार्यशाला के पहले दिन सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि इस दो दिवसीय कार्यशाला को सभी अधिकारीगण गंभीरता से लें। इससे जनपद के सर्वांगीण विकास के लिए भविष्य में एक रोडमैप तैयार होगा। साथ ही जिला योजना के अंतर्गत जो भी महत्वपूर्ण व बड़ी योजनाओं के कार्य पूर्ण हुए हैं, उन्हें भी संबंधित विभाग सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के अंतर्गत शामिल करना सुनिश्चित करें। कार्यशाला में सामाजिक विकास समन्वयक अनिल कुमार डिमरी ने सतत विकास के लक्ष्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2030 तक गरीबी व शून्य भुखमरी, कुपोषण को समाप्त करने का लक्ष्य है। इसके अलावा सभी आयु के व्यक्तियों में स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देना है। समावेशी एवं गुणवत्तायुक्त शिक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही सभी को सीखने का अवसर देना भी है।
सभी के लिए स्वच्छ पेयजल के साथ पानी का सतत प्रबंधन करना भी है। कार्यशाला में सामाजिक विशेषज्ञ डॉ. जीडी भट्ट, पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. शंकर बर्तवाल, डॉ. अजीत गैरोला, मुख्य विकास अधिकारी पीसी डंडरियाल, परियोजना निदेशक संजय कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी विमल कुमार आर्य, सीवीओ डॉ प्रलयंकर नाथ, परियोजना अधिकारी उरेड़ा वन्दना, अपर संख्याधिकारी राजीव शर्मा, सुरेश नौटियाल आदि मौजूद थे।