उत्तरकाशी के सौड़ गांव में डायरिया से किशोरी की मौत, कई ग्रामीण और बच्चे भी चपेट में

सौड़ गांव में दूषित पानी पीने से 15 वर्षीय एक किशोरी की मौत हो गई। वहीं बड़ी संख्या में ग्रामीण और बच्चे डायरिया की चपेट में हैं। ग्रामीणों की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और प्राथमिक उपचार कर उन्हें दवाएं वितरित की।

By Edited By: Publish:Wed, 11 Nov 2020 06:42 PM (IST) Updated:Wed, 11 Nov 2020 07:41 PM (IST)
उत्तरकाशी के सौड़ गांव में डायरिया से किशोरी की मौत, कई ग्रामीण और बच्चे भी चपेट में
उत्तरकाशी के सौड़ गांव में डायरिया से किशोरी की मौत।

उत्तरकाशी, जेएनएन। डुंडा ब्लॉक के सौड़ गांव में दूषित पानी पीने से 15 वर्षीय एक किशोरी की मौत हो गई। वहीं, बड़ी संख्या में ग्रामीण और बच्चे डायरिया की चपेट में हैं। ग्रामीणों की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और प्राथमिक उपचार कर उन्हें दवाएं वितरित की। चिकित्सकों ने बताया कि गांव में आठ व्यक्ति डायरिया से ग्रसित मिले हैं। उन्हें अस्पताल आने को कहा गया है। वहीं, दूसरी ओर चिकित्सकों की टीम ने गांव के पानी के सैंपल भी भरे। 

जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. पीएस पोखरियाल ने बताया कि डुंडा ब्लॉक की उप तहसील धौंतरी के सौड़ गांव में बीते एक सप्ताह से ग्रामीण डायरिया से ग्रसित हैं। उल्टी-दस्त से नौ नवंबर को दिव्यांग आयशा नेगी की मौत हो गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्वास्थ्य कर्मियों को दी। इसके बाद चिकित्सकों की टीम बीते मंगलवार को सौड़ गांव पहुंची। यहां चिकित्सकों की टीम ने आठ ग्रामीणों को उल्टी-दस्त से ग्रसित पाया। 

टीम प्रभारी डॉ. पीएस पोखरियाल ने बताया कि ग्रामीण प्राकृतिक स्त्रोत से पानी पी रहे हैं। नलों में पानी की आपूर्ति भी बाधित है। उन्होंने कहा कि टीम में शामिल एपेडेमोलॉजिस्ट अभिनीत तिवारी ने पानी के सैंपल जांच के लिए भरे हैं। वहीं डुंडा ब्लॉक के धारकोट गांव में भी 20 से अधिक ग्रामीण डायरिया से ग्रसित हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. डीपी जोशी ने बताया दोनों गांवों में चिकित्सकों की टीम को निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही ग्रामीणों से भी अपील की गई कि स्वच्छ पानी का प्रयोग करें। उबले हुए पानी का ठंडा करके पिएं।

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