पुलिस के लिए पहेली बना कि कहां से लाया गया शराब का जखीरा Uttarkashi News

थाना बड़कोट की ओर से पकड़े गए अवैध शराब के जखीरे का अभी तक पता नहीं चला है। शराब कहां से लाई गई थी और कहां ले जाई जा रही थी यह बात अभी भी पहेली बनी हुई है।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 10:54 AM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 11:07 AM (IST)
पुलिस के लिए पहेली बना कि कहां से लाया गया शराब का जखीरा Uttarkashi News
पुलिस के लिए पहेली बना कि कहां से लाया गया शराब का जखीरा Uttarkashi News

उत्तरकाशी, जेएनएन। थाना बड़कोट की ओर से पकड़े गए अवैध शराब के जखीरे का अभी तक पता नहीं चला है। शराब कहां से लाई गई थी और कहां ले जाई जा रही थी, यह बात अभी भी पहेली बनी हुई है। अभी तक पुलिस और आबकारी विभाग यह पता नहीं लगा सके हैं। 

भले ही शराब पकड़ने के मामले में पुलिस को मिली कामयाबी के लिए पुलिस कप्तान पंकज भट्ट ने टीम को ढाई हजार रुपये देने की घोषणा की है। साथ ही इस मामले में कूट रचना और धोखाधड़ी जैसी धारा को बढ़ा कर जांच शुरू कर दी है। पर शराब कहां से आई और इसे भेजने वाले कौन हैं, इसे लेकर अभी तक रहस्य बना हुआ है। 

बीते बुधवार को बड़कोट पुलिस ने 150 पेटी शराब पकड़ी थी। जिसके बाद आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सकते में आ गए। इस घटना से आबकारी विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। आबकारी विभाग की पारदर्शिता पर भी सवाल उठ रहे हैं। 

विभाग एफएल टू के रेकार्ड खंगाल रही है और खुफिया तंत्र को सक्रिय कर जानकारी जुटाई जा रही है। जिला आबकारी अधिकारी प्रतिमा गुप्ता ने बताया कि जिस तरह से शराब के परमिट में कूट रचना की गई है। उन्हें लगता है कि ऐसे प्रकरण में कोई बहुत बड़ा गिरोह काम कर रहा है। जो इस तरह से फर्जी कागज बनाकर शराब की अवैध तस्करी कर रहा है। 

डीईओ ने बताया कि आबकारी आयुक्त ने एक आदेश में कहा है कि दुकानदार स्वयं ऑनलाइन अप्रूवल लेकर एफएल टू गोदाम से शराब की निकासी बना सकता है। ऐसे में तस्करी की संभावना बढ़ जाती हैं। इस प्रकरण को देख उन्होंने नया आदेश जारी किया है, जिसके मुताबिक अब दुकानदार उनके कार्यालय से मुहर लगाने के बाद ही गोदाम में निकासी बनाने जाएगा।

यह था मामला 

दोबाटा बैंड के पास वाहनों की रूटीन चेकिंग के दौरान थाना बड़कोट पुलिस टीम ने एक यूटिलिटी वाहन से 150 पेटी अवैध शराब बरामद की थी। चालक की ओर से पुलिस को सौंपे गए परमिट से मिलान करने पर बैज नम्बर्स मैच नहीं कर पाए। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

नाबालिग को भगाने में सहयोगी गिरफ्तार

दो जुलाई को कोटद्वार के काशीरामपुर तल्ला से लापता हुई नाबालिग को भगाने में युवक की मदद करने वाले उसके पिता व भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ कर पुलिस नाबालिग व युवक की तलाश कर रही है। काशीरामपुर तल्ला निकट कुष्ठ आश्रम के समीप से उत्तर प्रदेश के जिला संभल के अंतर्गत सिकरी गेट-कबीर गली, चंदौसी निवासी एक युवक कोटद्वार से नाबालिग को बहला-फुसला कर अपने साथ भगा ले गया। 

नाबालिग के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी। वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी ने बताया कि गुरुवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित रितिक का पिता कलुटराम व भाई सुरेश कोटद्वार आए हुए हैं और मालगोदाम रोड के समीप घूम रहे हैं। 

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बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंच दोनों को हिरासत में ले लिया। रितिक के पिता कलटुराम ने पुलिस को बताया कि उनका बड़ा बेटा रितिक इस किशोरी से विवाह करना चाहता है, इसलिए उन्होंने अपने छोटे बेटे सुरेश के साथ मिलकर किशोरी को भगाने में रितिक की मदद की।

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