सैन्य सम्मान के साथ भेजा सैनिक का पार्थिव शरीर
वर्ष 2005 में सतोपंथ चोटी के आरोहण के दौरान हुई दुर्घटना में लापता चल रहे सैनिक अमरीश त्यागी का पार्थिव शरीर सोमवार को बरामद कर लिया गया और इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को उनके घर भेज दिया गया।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : वर्ष 2005 में सतोपंथ चोटी के आरोहण के दौरान हुई दुर्घटना में लापता चल रहे सैनिक अमरीश त्यागी का पार्थिव शरीर सोमवार को बरामद कर लिया गया और इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को उनके घर भेज दिया गया। आर्मी आर्डिनेस कोर में नायक के पद पर तैनात अमरीश त्यागी पुत्र राजकुमार निवासी मोदीनगर गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के निवासी थे।
सोमवार को कलक्ट्रेट परिसर उत्तरकाशी में पार्थिव शरीर को 9 बिहार रेजिमेंट के सैनिकों ने गार्ड आफ आर्नर दिया था तथा सलामी दी। प्रभारी जिलाधिकारी गौरव कुमार, 9 बिहार रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षदीप सहित आदि अधिकारियों ने नायक अमरीश त्यागी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किए और इसके बाद उसे गाजियाबाद भेज दिया गया।
भारतीय सेना का एक दल स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य में गंगोत्री हिमालय की सबसे ऊंची चोटी सतोपंथ (7075 मीटर) के आरोहण के लिए गया था। अभियान के दौरान 22 सितंबर को एक पर्वतारोही के शव के अवशेष दल को उसी स्थान पर मिले थे, जिस स्थान पर 2005 में आर्मी आर्डिनेंस कोर में नायक के पद पर तैनात अमरीश त्यागी की बर्फ में दबकर मौत हुई थी। इसके बाद से अमरीश त्यागी की तलाश की जा रही थी। जिस स्थान पर पार्थिव शरीर मिला है, उस स्थान की पुष्टि उस समय अभियान दल में शामिल सेना के सदस्यों ने की है। इसके अलावा सतोपंथ चोटी पर कोई भी दुर्घटना नहीं हुई है, इसलिए माना जा रहा है कि यह पार्थिव शरीर अमरीश त्यागी का होगा। हालांकि सैनिक के पार्थिव शरीर का डीएनए जांच के लिए सैंपल भी लिया गया है।