उत्तरकाशी में इंद्रावती नदी के पुनरुद्धार की तैयारी, जिलाधिकारी ने उाठाया बीड़ा

ऊधमसिंहनगर जिले में सूखे पड़े और अतिक्रमण की जद में आए 550 तालाबों को पुनर्जीवित करने वाले तत्कालीन सीडीओ मयूर दीक्षित ने अब उत्तरकाशी जिले में इंद्रावती नदी के पुनरुद्धार का बीड़ा उठाया है। दीक्षित फिलवक्त उत्तरकाशी के जिलाधिकारी हैं। इंद्रावती नदी बाड़ागडी पट्टी के गांवों की जीवन धारा है।

By Edited By: Publish:Sun, 01 Nov 2020 10:07 PM (IST) Updated:Mon, 02 Nov 2020 10:55 AM (IST)
उत्तरकाशी में इंद्रावती नदी के पुनरुद्धार की तैयारी, जिलाधिकारी ने उाठाया बीड़ा
उत्तरकाशी में इंद्रावती नदी के संभरण क्षेत्र का निरीक्षण करने लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित पहुंचे तथा पुनरुद्धार के निर्देश दिए।

उत्तरकाशी, जेएनएन। ऊधमसिंहनगर जिले में सूखे पड़े और अतिक्रमण की जद में आए 550 तालाबों को पुनर्जीवित करने वाले तत्कालीन सीडीओ मयूर दीक्षित ने अब उत्तरकाशी जिले में इंद्रावती नदी के पुनरुद्धार का बीड़ा उठाया है। दीक्षित फिलवक्त उत्तरकाशी के जिलाधिकारी हैं। इंद्रावती नदी बाड़ागडी पट्टी के गांवों की जीवन धारा है। बरसात के दौरान नदी का जल स्तर काफी बढ़ जाता है, लेकिन ग्रीष्मकाल व शीतकाल में पानी लगभग सूखा रहता है। जबकि, पानी की सबसे ज्यादा जरूरत इसी अवधि में पड़ती है। यही बात ध्यान में रख जिलाधिकारी ने नदी के पुनरुद्धार की योजना बनाई है, जिस पर इसी माह कार्य शुरू होने की उम्मीद है।

बीते 17 अक्टूबर को जिलाधिकारी दीक्षित ने इंद्रावती नदी के संभरण क्षेत्र का निरीक्षण किया था। तब उन्होंने संभरण क्षेत्र में पुराने चाल-खाल को पुनर्जीवित करने, चेकडैम, पौधारोपण व वाटर शेड की डीपीआर तैयार करने के लिए टीम गठित की। इसमें राजस्व, वन, मनरेगा के अभियंता, सरपंच वन पंचायत, ग्राम प्रधान, जूनियर तकनीकी एवं आकलन अधिकारी शामिल थे। सभी को सिचित-असिचित और वन एवं सिविल भूमि के संबंध में पूरा विवरण तैयार करने के निर्देश दिए गए। साथ ही ग्राम प्रधान, वन पंचायत सरपंच, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्यों के सुझाव भी लिए गए।

जिलाधिकारी ने बताया कि डीपीआर को केंद्र से स्वीकृति मिलते ही इसी माह से योजना पर कार्य शुरू हो जाएगा। इस कार्य को रोजगार और आजीविका से भी जोड़ा जा रहा है। इंद्रावती नदी की कुल लंबाई करीब 12 किमी है और इसका उद्गम क्षेत्र हरुंता का जंगल और बुग्याल है। नदी में सात-आठ छोटी-छोटी बरसाती नदियां भी मिलती हैं। विदित हो कि बतौर सीडीओ मयूर दीक्षित के ऊधमसिंहनगर जिले में 550 तालाबों को पुनर्जीवन देने के कार्य की प्रशंसा जल शक्ति मंत्रालय ने भी की है। मंत्रालय ने राष्ट्रीय स्तर पर इसे एक सफल मॉडल माना है।

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