राजेंद्र ने छह दिन में दो बार किया एलब्रुस चोटी का आरोहण
राज्य मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवान राजेंद्र सिंह नाथ ने छह दिनों के अंतराल में यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस (5642 मीटर) का दो बार सफल आरोहण किया।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: राज्य मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवान राजेंद्र सिंह नाथ ने छह दिनों के अंतराल में यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस (5642 मीटर) का दो बार सफल आरोहण किया। राजेंद्र सिंह नाथ नगर पालिका चिन्यालीसौड़ बड़ेथी निवासी हैं। राजेंद्र की सफलता पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बधाई दी है।
राजेंद्र सिंह नाथ ने बताया कि बीती 12 अगस्त को वे अपनी टीम के पांच सदस्यों के साथ एलब्रुस चोटी के बेस कैंप से निकले। लेकिन, मौसम की स्थिति अनुकूल न होने के कारण केवल वह और एक अन्य साथी ही आरोहण कर सके। फिर से 17 अगस्त को उनकी टीम बेस कैंप से आगे बढ़ी। टीम में डा. हर्षद वागज, शरद कुलकर्णी, आनंद बंसोडे और सात साल का कुशाग्र वागज शामिल था। सात साल के बच्चे के कारण दूसरी बार चुनौतियां अधिक थी। लेकिन, उन्होंने टीम लीड करते हुए माइनस 20 तापमान और 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही बर्फीली हवाओं की बीच टीम को आगे बढ़ाया। आरोहण करने में परेशानी होने के कारण डा. हर्षद वागज, शरद कुलकर्णी को वापस बेस कैंप लौटना पड़ा। लेकिन, उसके साथ आनंद बंसोडे और सात साल का कुशाग्र वागज ने भारतीय समय अनुसार सुबह 8.55 बजे सफल आरोहण किया। आनंद बंसोडे और सात साल का कुशाग्र वागज ने पहली बार एलब्रुस चोटी का आरोहण किया। जबकि, उन्होंने छह दिन के अंतराल में दूसरी बार आरोहण किया। जो फर्स्ट इंडियन पुलिस डबल समिटर का रिकार्ड भी बना है। सफल आरोहण के बाद उन्होंने भारत और उत्तराखंड पुलिस का ध्वज लहराया गया।