तीर्थपुरोहितों ने भागीरथी के तट पर किया श्रीसूक्त पाठ

चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद करने की मांग को लेकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों ने विरोध प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 09:59 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 09:59 PM (IST)
तीर्थपुरोहितों ने भागीरथी के तट पर किया श्रीसूक्त पाठ
तीर्थपुरोहितों ने भागीरथी के तट पर किया श्रीसूक्त पाठ

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को रद करने की मांग को लेकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों ने विरोध प्रदर्शन किया। गंगोत्री धाम में भागीरथी नदी के तट पर तीर्थ पुरोहितों ने सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए और मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को अपनी घोषणा की याद दिलाने को श्रीसूक्त पाठ किया।

गंगोत्री धाम में भागीरथी के तट पर तीर्थ पुरोहितों ने श्रीसूक्त पाठ करने के साथ ही मंदिर परिसर में विरोध-प्रदर्शन किया। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि चारधाम सरकार की जागीर नहीं है। इन धामों को हमारे पूर्वजों ने संरक्षित किया है और परंपराओं को अक्षुण्ण रखा है। दोनों धामों के तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि 20 जून को उत्तराखंड राज्य सरकार की बुद्धि और शुद्धि के लिए हवन किया जाएगा। 21 जून से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अनिश्चितकालीन धरना गंगोत्री, यमुनोत्री, खरसाली और मुखवा में शुरू किया जाएगा। वहीं यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने यमुनोत्री और खरसाली में धरना प्रदर्शन किया गया। गंगोत्री में आयोजित विरोध कार्यक्रम में हरीश सेमवाल, राकेश सेमवाल, दीपक सेमवाल, संजय कुमार, मुकेश सेमवाल, सह सचिव राजेश सेमवाल और व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष सत्येंद्र सेमवाल आदि मौजूद थे। वहीं खरसाली में सह सचिव विपिन उनियाल, चंद्रकांत उनियाल, प्रह्लाद उनियाल, प्रवीन उनियाल आदि थे।

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शीर्षासन कर जताया विरोध

रुद्रप्रयाग: देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के विरोध में गुरुवार को तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी ने शीर्षासन कर विरोध जताया। गुरुवार को तीर्थपुरोहित मंदिर परिसर में पहुंचे और देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ धरना दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के नए मुखिया तीरथ सिंह रावत से उम्मीद थी कि वो जल्द देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड भंग कर देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यहां तक कि इस पर विचार करने संबंधित अपना वादा भी वो भूल गए। कहा कि उनके हक-हकूक को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है, जो नहीं होने दिया जाएगा। वहीं तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी प्रत्येक दिन धरना स्थल पर पांच मिनट तक शीर्षासन कर अपना विरोध जताते हैं। धरना देने वालों में पंकज शुक्ला, तेज प्रकाश, अंकित सेमवाल, पशुपतिनाथ, कुर्मांचली, शशिभूषण अवस्थी, प्रदीप शुक्ला, अंकुर शुक्ला, कमल त्रिवेदी, अशोक शुक्ला, चंद्रकांत ओर पंच पंडा समाज केदारनाथ के अध्यक्ष अमित शुक्ला शामिल थे।

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