उत्तरकाशी में बर्फबारी से 20 से अधिक गांव ढके

काश्तकारों को पहले सूखे और अब बर्फबारी और ओलावृष्टि की मार पड़ी रही है। उत्तरकाशी जनपद में बर्फबारी से 20 से अधिक गांव ढ़क गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 10:36 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 10:36 PM (IST)
उत्तरकाशी में बर्फबारी से 20 से अधिक गांव ढके
उत्तरकाशी में बर्फबारी से 20 से अधिक गांव ढके

जागरण टीम, गढ़वाल: काश्तकारों को पहले सूखे और अब बर्फबारी और ओलावृष्टि की मार पड़ी रही है। उत्तरकाशी जनपद में बर्फबारी से 20 से अधिक गांव ढ़क गए हैं। गंगोत्री यमुनोत्री सहित एक दर्जन गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है, जबकि रुद्रप्रयाग में केदार नाथ और चमोली जिले में औली में आधा फीट के करीब बर्फ जम गई है। बर्फबारी के चलते बदरीनाथ धाम व हेमकुंड साहिब की यात्रा व्यवस्थाएं भी बाधित हुई है।

नई टिहरी: बीती गुरुवार रात्रि और शुक्रवार दोपहर को चंबा-मसूरी फलपट्टी सहित जिले के भिलंगना व जौनपुर में काफी ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि से चंबा-मसूरी फलपट्टी में सेब के पौधों को भारी नुकसान पहुंचा है। चंबा-मसूरी फलपट्टी के जड़ीपानी निवासी काश्तकार खुशीराम डबराल, मंगलानंद का कहना है कि इन दिनों सेब के पौधों पर फूल लगे थे, लेकिन दो दिन हुई ओलावृष्टि से फूल बेकार हो गए जिससे इस बार फलों के उत्पादन पर असर पड़ेगा। भिलंगना के काश्तकार अमन भट्ट का कहना है कि ओलावृष्टि से नकदी फसल सहित नकदी फसल प्रभावित हुई है।

पौड़ी मुख्यालय तथा इससे सटे क्षेत्रों में रात्रि से रुक-रुक कर शुरु हुई बारिश का सिलसिला शुक्रवार दिन भर जारी रहा। जिससे अप्रैल माह में एक बार से ठंड का प्रकोप देखा गया।

कोटद्वार: लंबे इंतजार के बाद आखिर कोटद्वार व आसपास के क्षेत्रों में बादल झमाझम बरसने लगे। बारिश के कारण लगातार बढ़ रही गर्मी से आमजन को राहत मिली, लेकिन बारिश के साथ चल रही तेज हवाओं ने ने उन बाग स्वामियों के माथे पर शिकन ला दी हैं।

श्रीनगर: शुक्रवार को श्रीनगर क्षेत्र में दिनभर बारिश होने के साथ ही सांय लगभग साढ़े पांच बजे तेज ओलावृष्टि भी हुई। सुबह से शुरू हुई बारिश के दिनभर चलते रहने से मौसम में भी भारी बदलाव आने के साथ ही ठंड का भी अहसास होने लगा।

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में लगातार चौथे दिन भी बर्फबारी का सिलसिला बना रहा। बर्फबारी होने से केदारनाथ धाम में तापमान माईनस चार डिग्री तक पहुंच गया है। यहां चल रहे सभी पुर्ननिर्माण कार्य पिछले चार दिनों से ठप पड़े हैं। केदारनाथ के साथ ही तुंगनाथ, मद्दमहेश्वर, दुगलबिट्टा, चोपता, पवालीकांठा समेत ऊंचाई वाले स्थानों पर भी पूरे दिन बर्फबारी होती रही जबकि रुद्रप्रयाग, तिलबाड़ा, गुप्तकाशी, ऊखीमठ, जखोली, फाटा, गौरीकुंड, सोनप्रयाग समेत अन्य नगरों में भी लोग रजाई का सहारा ले रहे हैं।

चमोली जिले में औली में बर्फ के बीच स्थानीय निवासी स्कीइंग का लुत्फ भी उठा रहे हैं। दूसरी ओर कुजौं मैकोट, मंगरोली, तेफना क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि से आम समेत अन्य फल बर्बाद हो गए हैं। मंगरोली के पूर्व प्रधान तेजवीर कंडेरी ने बताया कि मंगरोली में ओलावृष्टि से आम की बौर नष्ट हो गई हैं।

उत्तरकाशी : भारी बर्फबारी के कारण माकुड़ी, चिवां, मोंडा, लिवाड़ी फिताड़ी, ओसला गंगाड़ और हर्षिल घाटी में बागवानी को भारी नुकसान हो गया है। बर्फबारी के कारण गंगोत्री धाम में घाटों के निर्माण का कार्य भी रुक गया है। बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि से बागवानी, नगदी फसल सहित गेहूं की खड़ी फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। माकुडी गांव निवासी मनमोहन चौहान ने कहा कि आराकोट के दुचाणु, झोटाडी, सरास, थुनारा, आदि गांवों में बर्फबारी, बारिश और ओलावृष्टि से सेब की फसल बर्बाद हो गई। गंगोत्री, यमुनोत्री, हर्षिल घाटी सहित ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवार पूरे दिन सुक्की गांव से गंगोत्री तक बंद रहा है। सुक्की गांव निवासी मोहन सिंह राणा ने कहा कि राजमार्ग खोलने के लिए बीआरओ की टीम तैनात है, लेकिन बर्फबारी के कारण टीम को राजमार्ग सुचारू करने में परेशानी हो रही है।

केदार सिंह रावत ने दिए निर्देश

उत्तरकाशी : यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को पत्र लिखकर कहा कि यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र में गत दिनों भरी ओलावृष्टि हुई है। ओलावृष्टि के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ। इसलिए राजस्व विभाग और कृषि विभाग से सर्वे कराया जाए।

पूर्व विधायक का पैतृक भवन क्षतिग्रस्त

उत्तरकाशी : पिछले चार दिनों से हो रही बारिश के कारण थाती गांव में उत्तरकाशी के विधायक रहे स्व. ठाकुर किशन सिंह परमार का भवन टूटा। भले ही यह पौराणिक भवन पहले से ही जर्जर हालत में था। इस भवन से सीडीएस विपिन रावत वह सीडीएस विपिन रावत रावत के मामा थे। डेढ़ वर्ष पहले सीडीएस विपिन रावत थाती गांव में पहुंचे थे

बीमा कंपनी से नहीं हो रहा संपर्क

नौगांव : ब्लॉक के धारी कलोगी क्षेत्र में हुई भारी ओलावृष्टि को लेकर हिमरोल गांव निवासी जगमोहन सिंह राणा ने उपजिलाधिकारी बड़कोट को पत्र लिखा है। जगमोहन सिंह राणा ने कहा कि ओलावृष्टि से सेब की बागवानी को भारी नुकसान पहुंचा है। काश्तकारों ने पूर्व में अपने बागीचों को बीमा भी करवाया था। लेकिन, बीमा कंपनी के हेल्पलाइन से संपर्क नहीं हो पा रहा है। जिससे काश्तकार अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।

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संदेश : यूटीके- 23 कोटपी 2

कोटद्वार में बीते दो दिनों से चल रही तेज हवाओं के कारण टूटी आम की फसल । जागरण

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