Gangotri Dham: भैरव घाटी पहुंची मां गंगा की डोली, 15 मई को खोले जाएंगे गंगोत्री धाम के कपाट

Gangotri Dham अक्षय तृतीय पर सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर मां गंगा की उत्सव डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। इस दौरान मुखवा समेत हर्षिल धराली व बगोरी के ग्रामीणों ने घरों से ही मां गंगा को पुष्प अर्पित किए।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 08:42 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 08:42 PM (IST)
Gangotri Dham: भैरव घाटी पहुंची मां गंगा की डोली, 15 मई को खोले जाएंगे गंगोत्री धाम के कपाट
भैरव घाटी पहुंची मां गंगा की डोली, 15 मई को खोले जाएंगे गंगोत्री धाम के कपाट। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। Gangotri Dham अक्षय तृतीय पर सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर मां गंगा की उत्सव डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। इस दौरान मुखवा समेत हर्षिल, धराली व बगोरी के ग्रामीणों ने घरों से ही मां गंगा को पुष्प अर्पित किए। यह दूसरा मौका था जब मुखवा के ग्रामीण शीतकालीन मंदिर परिसर में नहीं आ सके। इससे पूर्व मां गंगा की उत्सव मूर्ति का शृंगार कर उसे डोली में विराजमान किया गया।  

मुखवा से मार्कंडेय मंदिर व देवी मंदिर होते डोली जब जांगला, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की अग्रिम चौकी कोपांग से गुजरी तो हिमवीरों ने भी दूर से भी मां गंगा को प्रणाम किया। इसके बाद डोली रात्रि विश्राम के लिए भैरव घाटी स्थित भैवर मंदिर पहुंची। गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि शनिवार सुबह चार बजे डोली यहां से गंगोत्री के रवाना होगी। सुबह 7:30 बजे कपाट खुलने के मौके पर सिर्फ 21 तीर्थ पुरोहित मौजूद रहेंगे। इस दौरान मंदिर समिति के सह सचिव राजेश सेमवाल, गंगा पुरोहित सभा के अध्यक्ष पवन सेमवाल, राकेश सेमवाल, मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल आदि मौजूद रहे। 

भूतनाथ मंदिर पहुंचे बाबा तुंगनाथ 

पंचकेदार में शामिल तृतीय केदार बाबा तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भी शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ से तुंगनाथ के लिए रवाना हो गई। इससे पूर्व, मठापति रामप्रसाद मैठाणी की अगुआई में वेदपाठी व तीर्थ पुरोहितों ने बाबा की भोग मूर्ति का महाभिषेक किया। इसके बाद मूर्ति का शृंगार कर उसे डोली में विराजमान किया गया। इस दौरान सीमित संख्या में ही ग्रामीणों ने बाबा तुंगनाथ को अघ्र्य लगाया। ठीक दस बजे डोली ने मार्कंडेय मंदिर की तीन परिक्रमा कर धाम के लिए प्रस्थान किया।

श्रद्धालुओं ने अपने घरों से हाथ जोड़कर बाबा को अपने धाम के लिए विदा किया। मठापति रामप्रसाद मैठाणी ने बताया कि डोली भूतनाथ मंदिर पहुंच चुकी है। यहां से डोली 16 मई को डोली चोपता और 17 मई की सुबह तुंगनाथ पहुंचेगी। इसी दिन शुभ लग्न में 11:30 बजे धाम के कपाट खोले जाएंगे। इस मौके पर प्रधान विजयपाल नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य जयवीर सिंह नेगी, प्रकाश चंद्र मैठाणी, सुरेंद्र प्रसाद मैठाणी, चंद्रबल्लभ मैठाणी, तहसीलदार दीवान सिंह राणा, प्रबंधक प्रकाश पुरोहित, थानाध्यक्ष मुकेश थलेड़ी, जयकृत सिंह रावत आदि उपस्थित थे। 

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