जमकर बर्फ हुए उच्च हिमालय के ताल
अधिकतम तापमान भी शून्य से नीचे चले जाने के कारण उच्च हिमालयी क्षेत्र के तालाब जम गए।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: अधिकतम तापमान भी शून्य से नीचे चले जाने के कारण उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित ताल (झील) बर्फ बन चुके हैं। समुद्रतल से 3024 मीटर की ऊंचाई पर चार हेक्टेयर क्षेत्र में फैले प्रसिद्ध डोडीताल का भी यही हाल है। यहां इन दिनों अधिकतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम माइनस 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है।
जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 37 किमी दूर असी गंगा के उद्गम स्थल डोडीताल जाने के लिए ढासड़ा तक 20 किमी की दूरी सड़क मार्ग से तय करनी पड़ती है। जबकि, ढासड़ा से अगोड़ा गांव होते हुए 17 किमी लंबा पैदल ट्रैक है। इन दिनों डोडीताल और आसपास की वादियां बर्फ से ढकी हुई हैं। जिनके दीदार को पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। पर्यटकों को सबसे अधिक रोमांचित कर रहा है बर्फ बन चुका डोडीताल। मुंबई से आए पर्यटक मलिक अर्जुन कहते हैं कि वे अपने तीन साथियों के साथ डोडीताल गए और वहां दो दिनों तक नैसर्गिक सुंदरता का आनंद लिया। सबसे अधिक आनंद डोडीताल की बर्फ बन चुकी झील को देखकर आया। पर्यटकों को खींच रहा जूड़ाताल
डोडीताल के अलावा जिले में दस से अधिक तालों का पानी भी बर्फ बन चुका है। सांकरी से चार किमी दूर केदारकांठा ट्रैकिग मार्ग पर पड़ने वाला जूड़ाताल भी पूरी तरह जमा हुआ है। इसके दीदार को एक माह के अंतराल में पांच हजार से अधिक पर्यटक पहुंच चुके हैं और ताल के निकट कैंपिग भी कर रहे हैं। प्रसिद्ध दयारा बुग्याल के निकट बरनाला ताल भी बर्फ बना हुआ है, जो बार्सू गांव से चार किमी की पैदल दूरी पर स्थित है। जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 40 किमी दूर बार्सू गांव तक सड़क मार्ग है। यहां भी पर्यटक पहुंच रहे हैं। इसके अलावा धराली के निकट सात ताल का पानी भी इन दिनों बर्फ बना हुआ है। हिमालयन हाइकर्स के संचालक चैन सिंह रावत बताते हैं कि मोरी तहसील क्षेत्र में पड़ने वाले प्रसिद्ध केदारकांठा ट्रैक पर स्थित जूड़ाताल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।