कमेटी तय करेगी ऑलवेदर रोड का भविष्य

शैलेंद्र गोदियाल, उत्तरकाशी चुंगी बडेथी से गंगोत्री तक गंगोत्री हाईवे के चौड़ीकरण की कवा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 03:01 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 03:01 AM (IST)
कमेटी तय करेगी ऑलवेदर रोड का भविष्य
कमेटी तय करेगी ऑलवेदर रोड का भविष्य

शैलेंद्र गोदियाल, उत्तरकाशी

चुंगी बड़ेथी से गंगोत्री तक गंगोत्री हाईवे के चौड़ीकरण की कवायद पर ईको सेंसटिव जोन का ब्रेक अभी तक हटा नहीं है। इससे क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो सकी है। अब यह मामला भागीरथी ईको सेंसटिव जोन मॉनिट¨रग कमेटी के पाले में है। आगामी 25 जनवरी को इस मामले को लेकर कमेटी की बैठक है। अलबत्ता कमेटी की रिपोर्ट पर ही ईको सेंसटिव जोन क्षेत्र में ऑलवेदर रोड की कार्रवाई आगे बढ़ेगी।

प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक ऑलवेदर रोड का कार्य गढ़वाल में 25 फीसद से अधिक हो चुका है। उत्तरकाशी जनपद में चिन्यालीसौड़ से लेकर चुंगी बडेथी तक भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई हो चुकी है। गंगोत्री हाईवे पर चिन्यालीसौड़, नालूपानी, चुंगी बडेथी के पास निर्माण चल रहा है। जबकि धरासू-यमुनोत्री हाईवे पर भी निर्माण की रफ्तार तेज है। उत्तरकाशी के चुंगी बड़ेथी से गंगोत्री तक करीब 110 किलोमीटर लंबे हाईवे पर अभी ऑलवेदर रोड की कवायद शुरू नहीं हुई है। कारण यह क्षेत्र ईको सेंसटिव जोन में आता है। वर्ष 2012 नोटिफिकेशन के अनुसार गोमुख से चुंगी बडेथी तक (गंगा) के कैचमेंट एरिया (जलग्रहण क्षेत्र) को ईको सेंसटिव जोन घोषित किया गया है। ईको सेंसटिव जोन के कड़े नियमों के कारण इस क्षेत्र में विकास कार्य बाधित हुए हैं। ईको सेंसटिव जोन का प्रभाव अब ऑलवेदर रोड पर भी पड़ रहा है। इस क्षेत्र में ऑलवेदर रोड बनाने की प्रक्रिया तब तक बंद रहेगी, जब तक भागीरथी ईको सेंसटिव जोन मॉनिट¨रग कमेटी की ओर से हरी झंडी नहीं मिल जाती। यह कमेटी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी हुई है तथा वन पर्यावरण, जिला प्रशासन, नदी, भूविज्ञान, ¨सचाई, बीआरओ सहित कई विभागों के विषय विशेषज्ञ व पर्यावरण एवं सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों को भी शामिल किया गया है। इस मामले को लेकर कई बार बैठकें हो चुकी हैं। अब 25 जनवरी को देहरादून में बैठक प्रस्तावित है। कमेटी की इस बैठक में बीआरओ सहित प्रशासन भी अनुमति की आस लगाए हुए है।

गौरतलब है कि ईको सेंसटिव जोन के कारण लोहारी नागपाला जलविद्युत परियोजना सहित तीन जलविद्युत परियोजनाओं का निर्माण भी अधूरा पड़ा हुआ है, जबकि स्थानीय लोग इन परियोजनाओं का निर्माण पूरा करने की मांग कर रहे हैं। चुंगी बड़ेथी से गंगोत्री तक का क्षेत्र ईको सेंसटिव जोन में है, जिसके कारण अभी यहां ऑलवेदर रोड में भूमि अधिग्रहण सहित अन्य कार्रवाई शुरू नहीं हुई है। भागीरथी ईको सेंसटिव जोन मॉनिट¨रग कमेटी के पास यह फाइल गई हुई है। उम्मीद है कि 25 जनवरी की कमेटी की बैठक में कोई निर्णय होगा।

-डॉ. आशीष चौहान, जिलाधिकारी, उत्तरकाशी

chat bot
आपका साथी