ट्रैकिग के लिए एसओपी बनाने की कवायद

सीमांत जनपद उत्तरकाशी में उच एवं निम्न हिमालयी क्षेत्रों में जाने वाले ट्रैकर्स के लिए एसओपी की कवायद जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है। इसके लिए सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने नेहरु पर्वतारोहण संस्थान आइटीबीपी ट्रैकिग एजेंसियों वन विभाग आपदा प्रबंधन एसडीआरएफ और पुलिस की बैठक ली तथा सुझाव मांगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:26 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 10:38 PM (IST)
ट्रैकिग के लिए एसओपी बनाने की कवायद
ट्रैकिग के लिए एसओपी बनाने की कवायद

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : सीमांत जनपद उत्तरकाशी में उच्च एवं निम्न हिमालयी क्षेत्रों में जाने वाले ट्रैकर्स के लिए एसओपी की कवायद जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है। इसके लिए सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने नेहरु पर्वतारोहण संस्थान, आइटीबीपी, ट्रैकिग एजेंसियों, वन विभाग, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ और पुलिस की बैठक ली तथा सुझाव मांगे।

जिला सभागार में आयोजित बैठक में कई महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए, जिसमें ट्रैकिग दल के पास जीपीएस, सेटेलाइट फोन, मेडिकल किट, रहने व खाने-पीने के जरूरी संसाधन के साथ ही गाइड व पोर्टर का प्रशिक्षित होने की पुरजोर वकालत की गई। ट्रैकिग दल के पास आपदा से निपटने के लिए प्लान व सभी ट्रैक रूट का एक नक्शा होने का भी सुझाव दिया गया, जिसमें ट्रैक रूट में सुरक्षित रुकने का स्थान सहित हर छोटी बड़ी घटनाओं आदि की जानकारी शामिल हों। ट्रैकिग करने से पूर्व मौसम पूर्वानुमान की सूचना चेकपोस्ट पर ट्रैकिग दल को दी जाए, ताकि टैकिग दल सतर्क रह सकें। इसके अतिरिक्त कई महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए। जिलाधिकारी ने कहा कि ट्रैकिग की व्यवस्थाओं को सुरक्षित व दुरुस्त बनाए जाने को लेकर ट्रैकिग एजेंसियों, निम व अन्य विभागों से सुझाव लिए गए हैं, ताकि जनपद में ट्रैकिग के लिए एक ठोस कार्ययोजना बनाई जा सके। जिलाधिकारी ने वन विभाग की गंगोत्री, सांकरी, नैटवाड़ आदि चेकपोस्ट में ट्रैकिग चेक लिस्ट रखने के निर्देश दिए। चेक लिस्ट के आधार पर जो ट्रैकर्स मानक पूर्ण कर रहे हैं, उन्हें ही आगे की ट्रैकिग के लिए भेजा जाए। बिना स्वास्थ्य परीक्षण व दक्ष गाइड के ट्रैकर्स को कतई भी ट्रैकिग के लिए नहीं भेजने के निर्देश दिए। चेकपोस्ट पर अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्ती से नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा गया। बैठक में एसपी मणिकांत मिश्रा, निम के उप प्रधानाचार्य योगेश धूमल, डीएफओ पुनीत तोमर, केके वर्मा, उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क रंगनाथ पांडेय, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, सीएमओ डा. केएस चौहान, एसडीएम चतर सिंह चौहान, आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल आदि मौजूद थे।

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रास्ता ठीक न होने से गोमुख जाने की अनुमति बंद

उत्तरकाशी : बीते सप्ताह हुई बारिश के कारण गंगोत्री से गोमुख जाने वाला ट्रैक कई स्थानों पर बंद है। गोमुख जाने वाले यात्रियों को अनुमति नहीं मिलने से यात्रियों में खासा आक्रोश है। गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक आरएन पांडेय ने कहा कि गंगोत्री से गोमुख तक रास्ता कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त है। इसलिए अभी गोमुख तपोवन जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। पार्क की टीम रास्ता सही करने में जुटी है। लेकिन तब तक बर्फबारी हो जा रही है। इसलिए सुरक्षा और आपदा को देखते हुए भी गोमुख, तपोवन सहित आसपास के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में आवाजाही रोक है। रास्ता सही होने पर ही अनुमति दी जाएगी। गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट 30 नवंबर को बंद होंगे।

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