यूजेवीएनएल के नोटिस के बाद भी पालिका ने नहीं रोका निर्माण

नगर पालिका बाड़ाहाट बिना अनुमति के उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड की ज्ञानसू स्थित भूमि पर 18 दुकानों का निर्माण करा रही है। जल विद्युत निगम ने नगर पालिका को तीन बार नोटिस दे दिया है लेकिन उसके बाद भी पालिका अवैध रूप से किए जा रहे दुकानों के निर्माण को रोकने को तैयार नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 07:02 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 10:20 PM (IST)
यूजेवीएनएल के नोटिस के बाद भी पालिका ने नहीं रोका निर्माण
यूजेवीएनएल के नोटिस के बाद भी पालिका ने नहीं रोका निर्माण

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : नगर पालिका बाड़ाहाट बिना अनुमति के उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड की ज्ञानसू स्थित भूमि पर 18 दुकानों का निर्माण करा रही है। जल विद्युत निगम ने नगर पालिका को तीन बार नोटिस दे दिया है, लेकिन उसके बाद भी पालिका अवैध रूप से किए जा रहे दुकानों के निर्माण को रोकने को तैयार नहीं है। जल विद्युत निगम के स्थानीय अधिकारियों ने अपने उच्च अधिकारियों को मामले की जानकारी दी है। साथ ही जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से भी अवैध रूप से किए जा रहे निर्माण कार्य को रुकवाने की मांग की है।

नगर पालिका बाड़ाहाट अवैध रूप से दुकानें के निर्माण कराने के लिए पहले भी बदनाम है। कलक्ट्रेट के पास बिना अनुमति के गत वर्ष पालिका ने दुकानों के निर्माण का कार्य किया। इसके साथ ही तिलोथ पुल के निकट नाले और पुल की एप्रोच पर भी दुकानों का निर्माण किया। अब पालिका का नया कारनामा जल विद्युत निगम की ज्ञानसू की ओर मनेरी भाली द्वितीय परियोजना की झील के किनारे की भूमि पर 18 दुकानों के निर्माण को लेकर सामने आया है। 24 जून से पालिका ने दुकानों का निर्माण शुरू किया। लेकिन इसके लिए पालिका ने जल विद्युत निगम से पूछने की जहमत तक नहीं समझी। जल विद्युत निगम को जब पता चला कि उसकी भूमि पर पालिका दुकानों का अवैध निर्माण करा रही है तो निर्माण रोकने के लिए तीन नोटिस दे दिए। जन विद्युत निगम ने प्रशासन से भी अवैध निर्माण रोकने की गुहार लगाई। लेकिन, प्रशासन ने भी इस मामले में अभी तक कोई दिलचस्पी नहीं ली है।

------------- ज्ञानसू झील के किनारे नगर पालिका अवैध रूप से दुकानों का निर्माण करा रही है। तीन बार नगर पालिका को नोटिस दे दिए हैं। लेकिन, अभी तक पालिका ने अवैध निर्माण को नहीं रोका है। इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। साथ ही उन्होंने जिलाधिकारी से भी निर्माण पर रोक लगाने की मांग की है।

-अमन बिष्ट, अधिशासी अभियंता, मनेरी-भाली जल विद्युत परियोजना द्वितीय जोशियाड़ा बैराज ----------

दुकानों का निर्माण ठेकेदार अपने पैसे से कर रहा है। जिसके बाद इन दुकानों की धरोहर राशि भटवाड़ी व ज्ञानसू में वेल्डिग शॉप, मैकेनिकों से ली जाएगी, जिससे शहर में जाम की समस्या से निजात मिलेगी। दुकानों की धरोहर राशि से ठेकेदार का भुगतान होगा। फिर यह संपत्ति नगर पालिका की होगी। इन दुकानों के किराये से नगर पालिका की आय बढ़ेगी। जिस भूमि पर दुकानों का निर्माण हो रहा है, उस भूमि पर पहले बस अड्डा बन रहा था। इसलिए यह भूमि जल विद्युत निगम की नहीं होगी।

-रमेश सेमवाल, पालिकाध्यक्ष नगर पालिका बाड़ाहाट उत्तरकाशी

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