गंगा को विश्व धरोहर घोषित करने पर दिया गया जोर

जागरण संवाददाता उत्तरकाशी गंगा को विश्व धरोहर घोषित करने के उद्देश्य को लेकर पिट्स ब

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 06:17 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 11:35 PM (IST)
गंगा को विश्व धरोहर घोषित  करने पर दिया गया जोर
गंगा को विश्व धरोहर घोषित करने पर दिया गया जोर

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: गंगा को विश्व धरोहर घोषित करने के उद्देश्य को लेकर पिट्स बीएड कालेज उत्तरकाशी में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान गंगा क्लब का गठन भी किया गया। जिसमें बीएड के प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं ने गंगा संरक्षण के लिए सुझाव प्रस्तुत किए।

कार्यक्रम में कालेज के प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र सिंह मेहरा ने कहा कि गंगा भारत की पुरातन संस्कृति की वाहक है। हमें इसे प्रदूषित होने से रोकने के लिए प्रशासन के साथ मिलकर प्रयास करना होगा ताकि गंगा में विद्यमान असंख्य जलीय जीवों को विलुप्त होने से बचाया जा सके। साथ ही वैज्ञानिक जागरूकता कार्यक्रमों व ठोस रणनीति तैयार कर इसकी सहायक जल धाराओं को भी पुनर्जीवित करने के प्रयास जरूरी हैं। कार्यक्रम के संयोजक डा. शंभू प्रसाद नौटियाल ने कहा कि हिमपुत्री गंगा का जल हिमालय की जड़ी-बूटियों से समृद्ध होकर देश के 45 करोड़ व्यक्तियों के जीवन को सीधे प्रभावित करता है। गंगाजल दुनिया के गोला‌र्द्ध पर उपलब्ध पवित्रतम जल है। गंगा धर्म, जाति, भाषा राजनीति और हर तरह की ऊंच-नीच को छोड़कर सभी को प्रिय है। साथ ही यह विश्व के विभिन्न धर्मों के महामनीषियों की अथाह आस्था की जल धारा है, जिसे पवित्र रखना अत्यंत आवश्यक है। बीएड के प्रशिक्षु अध्यापक आजाद डिमरी ने कहा कि गंगा को विश्व धरोहर घोषित करने के लिए हम संकल्प लेते हैं कि हम गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने में अपना सहयोग देंगे। इस मौके पर प्रशिक्षु अध्यापक अतुल प्रसाद भट्ट, गंगा विश्व धरोहर मंच के सदस्य सुदीप रावत, विष्णु नौटियाल, प्रशिक्षु अध्यापक पंकज, अंकित, विवेक, रंजित, काजल, लक्ष्मी तथा अंजलि आदि मौजूद थे।

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