सुदूरवर्ती गांवों में तीसरी लहर से बचाव की तैयारियां शुरू

तरुण पर्यावरण विज्ञान संस्था की ओर से टेरे दिश होमस नई दिल्ली के सहयोग से सुदूरवर्ती ब्लाक मोरी में कोरोना की तीसरी लहर के बचाव के लिए तैयारियां की जा रही हैं। जिसमें सुरक्षात्मक उपकरण प्रतिरोधक दवा प्राथमिक उपचार किट ग्रामीणों को दी जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 09:22 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 09:22 PM (IST)
सुदूरवर्ती गांवों में तीसरी लहर से बचाव की तैयारियां शुरू
सुदूरवर्ती गांवों में तीसरी लहर से बचाव की तैयारियां शुरू

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : तरुण पर्यावरण विज्ञान संस्था की ओर से टेरे दिश होमस नई दिल्ली के सहयोग से सुदूरवर्ती ब्लाक मोरी में कोरोना की तीसरी लहर के बचाव के लिए तैयारियां की जा रही हैं। जिसमें सुरक्षात्मक उपकरण, प्रतिरोधक दवा, प्राथमिक उपचार किट ग्रामीणों को दी जा रही है।

मोरी ब्लाक के बेबरा गांव में आयोजित कार्यक्रम तरुण पर्यावरण विज्ञान संस्था के जगरोशन की ओर से ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, बीपी स्टूमेंट, पीपीई किट के इस्तेमाल करने के बारे में जानकारी दी गई है। युवा समन्वयक विष्णु ने बताया कि प्राथमिक उपचार से व्यक्ति की 90 फीसद तक जान बचाई जा सकती है। इस लिए प्रत्येक घर में प्राथमिक उपचार किट का होना अति आवश्यक है। हेल्थ एंव पोषण समन्वयक जगनयं की ओर से कोविड-19 बीमारी से बचने के लिए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने पर जानकारी दी जा रही है। जिसके लिए प्रत्येक परिवार के पास किचन गार्डन उपलब्ध होना चाहिए। जिसमें दो से तीन प्रकार की सब्जियां उगाई जाएं। इसके साथ संस्था की ओर से अभी तक मोरी विकास खंड के धारा, पांव मल्ला, पांव तल्ला, घेंच्चवाणगांव, बेबरा, सांवणी, सटूड़ी, सुनकुंडी, हरिपुर, राला गांव के आर्थिक रूप से कमजोर 80 परिवारों को ड्राई राशन वितरित किया गया है। तरुण पर्यावरण विज्ञान संस्था के संस्थापक नागेन्द्र दत्त ने ग्रामीणों को कोविड-19 से बचाव के लिए प्राचीन ज्ञान का इस्तेमाल करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि पारंपरिक ज्ञान से कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहा जा सकता है। इस कार्यक्रम में महिला समूहों की अध्यक्षा मंजू देवी, रीता देवी, सूनपति देवी, गणिता देवी एवं संस्था की कर्यकत्र्ता रामवती देवी ने प्रतिभाग किया।

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