सीमांत जनपद में कोरोना ने बढ़ाई चिता

जागरण संवाददाता उत्तरकाशी सीमांत जनपद उत्तरकाशी में गुरुवार को एक कोरोना पॉजिटिव अ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 May 2020 04:46 PM (IST) Updated:Thu, 21 May 2020 04:46 PM (IST)
सीमांत जनपद में कोरोना ने बढ़ाई चिता
सीमांत जनपद में कोरोना ने बढ़ाई चिता

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : सीमांत जनपद उत्तरकाशी में गुरुवार को एक कोरोना पॉजिटिव आया। जनपद में कोरोना पॉजिटिव की संख्या छह पहुंच चुकी है। पिछले चार दिनों में उत्तरकाशी में पांच कोरोना पॉजिटिव केस आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की सबसे बड़ी चिता यह है कि अभी तक जितने भी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। उनमें कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं दिख रहे हैं। चिकित्सक सबसे अधिक परेशानी इसी बात को लेकर है। एक दूसरा तथ्य यह भी है कि अभी तक जनपद में जो कोरोना पॉजिटिव आए हैं, उनकी उम्र 40 साल से नीचे है।

गुरुवार को जिस युवक की रिपोर्ट दून मेडिकल कालेज से पॉजिटिव आई है। वह युवक 20 साल का है तथा पुरोला तहसील क्षेत्र के भंकोली गांव का है। यह युवक 16 मई को पुणे (महाराष्ट्र) से देहरादून पहुंचा था। विकासनगर में युवक की स्वास्थ्य जांच हुई। रैंडम सैंपलिग के तहत सीएचसी विकासनगर में सैंपल लिया गया। 19 मई को यह युवक विकासनगर अपने गांव भंकोली पहुंचा। भंकोली में प्रधान ने युवक को पटवारी चौकी में क्वारंटाइन किया। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर गांव में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना पॉजिटिव युवक को जिला अस्पताल पहुंचाया। वहीं जिला अस्पताल से डख्याट गांव निवासी युवक की हॉर्ट से संबंधित बीमारी की हिस्ट्री होने के कारण जिला चिकित्सालय से उसे ऋषिकेश एम्स में रेफर किया गया। भले ही जिला अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार रेफर किए गए युवक में बीमारी के कोई भी लक्षण नहीं थे। उत्तरकाशी में जो अन्य कोरोना पॉजिटिव युवक हैं, उनमें भी कोरोना के लक्षण प्रदर्शित नहीं हैं। उत्तरकाशी जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. सुबेग सिंह कहते हैं कि सबसे चितित करने वाली बात यह है कि जो भी कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं, उनके लक्षण प्रदर्शित नहीं हो रहे हैं। ऐसे में क्वारंटाइन के नियमों का पूरी तरह से पालन करने की महत्ता बढ़ जाती है।

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