सुदूरवर्ती गांवों में कोरोना के प्रति किया जागरूक
हरकी दून प्रोटेक्शन एंड माउंटेनियरिग एसोसिएशन सांकरी मोरी और आर्ट ऑफ लिविग काशी विश्वनाथ मंदिर समिति उत्तरकाशी की ओर से मोरी के सुदूरवर्ती गांवों में ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया गया।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: हरकी दून प्रोटेक्शन एंड माउंटेनियरिग एसोसिएशन सांकरी मोरी और आर्ट ऑफ लिविग काशी विश्वनाथ मंदिर समिति उत्तरकाशी की ओर से मोरी के सुदूरवर्ती गांवों में ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया गया।
शनिवार को ग्राम फिताड़ी, रेक्चा, कासला, राला और लिवाडी में जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। इस दौरान ग्रामीणों को कोरोना वायरस से बचाव की जानकारी दी गई। उन्हें बताया कि दो गज की दूरी बनाए रखें, मास्क बराबर पहनें और भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से बचें। हरकी दून प्रोटेक्शन एंड माउंटेनियरिग एसोसिएशन की ओर से थर्मामीटर से शरीर का तापमान व बुखार की जांच की गई। आक्सीमीटर से आक्सीजन का स्तर भी मापा गया। ग्रामीणों को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए जागरूक किया गया। 18 से 44 आयु वर्ग के ग्रामीणों को अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगाने को प्रेरित किया गया। साथ में प्रत्येक गांव में मास्क, सैनिटाइजर, अक्सीमीटर और थर्मामीटर भी वितरित किए गए। एसोसिएशन के सचिव चैन सिंह रावत ने ग्रामीणों को आपदा सुरक्षा को लेकर भी जागरूक किया। इसमें भूस्खलन, भूकंप, बाढ़ आदि आपदा से पहले, आपदा के दौरान और आपदा के बाद क्या करना है, इसके बारे में उन्हें बताया गया। रावत ने कहा कि घरों में गैस सिलिडर और विद्युत उपकरणों का सही ढंग से प्रयोग करें। हर परिवार सही तरीके से फिटिग कराए। वह इसलिए कि मोरी क्षेत्र में लकड़ी के मकान होने के कारण आए दिन आग की घटनाएं होती हैं। इन घटनाओं के पीछे का कारण लापरवाही है। इस मौके पर सुरेंद्र राणा, बृजमोहन राणा, प्रवीन, सुरेश, संतोष, साधुराम, रुपी राणा, बिरेंद्र राणा, जयचंद, नितेश और बिजेंद्री देवी, उजली देवी आदि मौजूद रहे।