ग्रामीणों को प्रशासन ने नहीं दी एचपीसी टीम के आने की सूचना

संवाद सूत्र बड़कोट/चिन्यालीसौड़ ऑलवेदर सड़क निर्माण के कारण प्रभावित ग्रामीणों ने जिल

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 06:37 PM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 06:29 AM (IST)
ग्रामीणों को प्रशासन ने नहीं दी एचपीसी टीम के आने की सूचना
ग्रामीणों को प्रशासन ने नहीं दी एचपीसी टीम के आने की सूचना

संवाद सूत्र, बड़कोट/चिन्यालीसौड़ : ऑलवेदर सड़क निर्माण के कारण प्रभावित ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर उच्च अधिकार प्राप्त कमेटी के निरीक्षण पर आने की सूचना न देने का आरोप लगाया है। जिसके कारण ग्रामीण अपनी समस्याओं को एचपीसी टीम के साथ साझा नहीं कर सके। इस मामले में मीडिया ने जब हाई पावर कमेटी के चेयरमैन प्रो. रवि चोपड़ा से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ग्रामीण टीम से मिलना चाहते हैं, इसकी उन्हें व टीम को जानकारी नहीं दी गई थी।

गुरुवार को उत्तरकाशी से लेकर यमुना घाटी तक हाई पावर कमेटी ने ऑलवेदर रोड के भूस्खलन जोन और डंपिंग जोन का निरीक्षण किया, लेकिन इस दौरान टीम प्रभावित ग्रामीणों ने मुखातिब नहीं हो सकी। ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन ने टीम के आने की सूचना समय पर नहीं दी। जब हाई पावर कमेटी का काफिला आगे बढ़ तब लोगों को पता चला कि कोई बड़े अधिकारी ऑलवेदर रोड के निरीक्षण के लिए आए थे। गौरतलब है कि उत्तरकाशी के निकट चुंगी बडे़थी में भूस्खलन के कारण कई घरों को खतरा बन गया है। इसके अलावा नालूपानी में भूस्खलन से पटारा गांव में पानी के स्त्रोत सूख गए हैं, साथ ही गांव को भी खतरा है। यमुनोत्री हाईवे पर फेड़ी, कल्याणी में भी पानी के स्त्रोत सूख गए हैं।

यमुनोत्री हाईवे पर पड़ने वाले मंजगांव के ग्रामीण शंकर मणि रतूडी, प्रताप सिंह •ायाडा, नरेंद्र सिंह आदि ने कहा कि डंपिग जोन से उनके गांव को नुकसान हो रहा है। इस बारे में कई बार अधिकारियों को पत्र दिए गए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसके अलावा उन्हें हाई पावर कमेटी के आने की जानकारी भी नहीं दी गई।

सिलक्यारा निवासी अनिल नौटियाल ने कहा कि स्थानीय लोगों को इस निरीक्षण कार्य से दूर रखा गया है। जिससे ग्रामीण अपनी समस्याएं टीम के सामने न रख सकें।

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