65 पर्यटकों ने की गर्तांगली की निश्शुल्क सैर
जागरण संवाददाता उत्तरकाशी गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत साहसिक पर्यटन के लिए प्रसिद्ध गर्तांगल
जागरण संवाददाता उत्तरकाशी: गंगोत्री नेशनल पार्क के अंतर्गत साहसिक पर्यटन के लिए प्रसिद्ध गर्तांगली को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पर्यटकों के लिए निश्शुल्क खोला गया, जिसके तहत 65 पर्यटकों ने इस पर्यटन स्थल की मुफ्त सैर की।
गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक आरएन पांडेय ने बताया कि राज्य स्थापना दिवस पर गर्तांगली की सैर पर्यटकों के लिए निश्शुल्क की गई थी। स्थापना दिवस पर सैर करने वाले पर्यटक काफी खुश हुए। गौरतलब है कि समुद्र तल से 10,500 फीट की ऊंचाई पर एक खड़ी चट्टान को काटकर बनाए गए इस सीढ़ीनुमा मार्ग से गुजरना बहुत ही रोमांचकारी अनुभव है। 140 मीटर लंबा यह सीढ़ीनुमा मार्ग 17वीं सदी में पेशावर से आए पठानों ने चट्टान को काटकर बनाया था। 1962 से पहले भारत-तिब्बत के बीच व्यापारिक गतिविधियां संचालित होने के कारण नेलांग घाटी दोनों तरफ के व्यापारियों से गुलजार रहती थी। भारत-चीन युद्ध के बाद गर्तांगली से व्यापारिक आवाजाही बंद हो गई। हालांकि, सेना की आवाजाही होती रही। भैरव घाटी से नेलांग तक सड़क बनने के बाद 1975 से सेना ने भी इस रास्ते का इस्तेमाल करना बंद कर दिया। देख-रेख के अभाव में इसकी सीढि़यां और किनारे लगाई गई लकड़ी की सुरक्षा बाड़ जर्जर होती चली गई। लेकिन, गत मार्च माह में गर्तांगली के पुनरुद्धार का कार्य शुरू हुआ। अप्रैल माह में बर्फबारी होने के कारण कार्य धीमी गति से चला। लेकिन जून माह में कार्य ने रफ्तार पकड़ी और जुलाई के अंतिम सप्ताह में कार्य पूरा हो गया था। 18 अगस्त को गर्तांगली को पर्यटन गतिविधि के लिए भी खोल दिया गया है। यहां हर रोज बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं।