युवाओं ने तहसील में दिया धरना, पुलिस के खिलाफ नारेबाजी
बाजपुर में निजी चिकित्सालय में हंगामा काटने व महिला चिकित्सक के साथ अभद्रता करने के आरोप में दर्ज हुए मुकदमे से आक्रोशित युवाओं ने तहसील में धरना दिया।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : निजी चिकित्सालय में हंगामा काटने व महिला चिकित्सक के साथ अभद्रता करने के आरोप में दर्ज हुए मुकदमे से आक्रोशित युवाओं ने तहसील में धरना दिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन पर बिना जांच के ही एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया गया।
मंगलवार को कुछ युवा एकत्रित होकर तहसील परिसर पहुंचे और वहां धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि न्याय के लिए आवाज उठाना गलत हो गया है। स्टार हॉस्पिटल में पहले तो चिकित्सक की लापरवाही से नवजात शिशु की जान चली गई और अब उल्टा मृतक के पिता व उसके समर्थन में अस्पताल बात करने पहुंचे समाजसेवियों पर पुलिस ने बिना जांच के एकतरफा कार्रवाई करते हुए अस्पताल संचालक रफी मिर्जा की ओर से मुकदमा कर दिया गया है, जो न्याय संगत नहीं है। उन्होंने पीड़ित वीरू व उसके सहयोगी युवा नेता अनंत जैन, इशांत सब्बरवाल एवं चार अन्य पर दर्ज मुकदमे को तत्काल वापस लेने व वीरू की तहरीर पर कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही न्याय न मिलने की दशा में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। धरना देने वालों में अनंत जैन, अनिल वाल्मीकि, सुमित चौधरी, जावेद वारसी, जितेंद्र यादव, अरविद कुमार श्रीवास्तव, मो.जुनैद आदि शामिल थे।
कोरोना काल में मरीजों का उपचार करने पर समदर्शी संस्था के सदस्यों ने पूर्व विधायक डा. शैलेंद्र मोहन सिघल के नर्सिग होम पहुंचकर उन्हें और उनके स्टाफ को शॉल भेंटकर सम्मानित किया तथा उनके प्रयासों की सराहना की। डा. सिघल ने बीते वर्ष भी मरीजों का कोरोना के समय में उपचार किया था। उधर डा. सिघल ने क्षेत्रवासियों से शारीरिक दूरी का पालन करने, मास्क पहनने, बिना कार्य के बाहर नहीं निकलने की अपील की है। इस अवसर पर आरपी सिंह, डा. सुदेश, दीवान सिंह, गुरदेव सिंह, सुरेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।