बिना तलाक हलाला का बनाया दवाब, पति के खिलाफ मुकदमा
तलाक पर अध्यादेश आने के बाद भी मुस्लिम महिलाओं का उत्पीड़न कम नहीं हो रहा है।
संसू, नानकमत्ता (ऊधमसिंह नगर): तलाक पर अध्यादेश आने के बाद भी मुस्लिम महिलाओं का उत्पीड़न थमा नहीं है। लेकिन महिलाएं जागरूक हुई हैं। बिना तलाक दिए हलाला के लिए दबाव बनाने पर एक मुस्लिम महिला ने जब विरोध किया तो पति ने उत्पीड़न शुरू कर दिया, लेकिन पीड़िता ने समझौता न करते हुए पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
बघौरी गांव की रवीना ने डियूड़ी निवासी पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस को उसने बताया कि दो अक्टूबर 2016 को उसका निकाह हुआ था। निकाह के बाद से पति का व्यवहार उसके प्रति ठीक नहीं रहा। वह समय-समय पर दुर्व्यवहार करता रहता था। बकौल महिला उसके पति ने उसे बिना बताए ही तलाक देने की बात कही। उसकी मां से तलाक की बात कहकर वह फिर से निकाह करने के लिए हलाला का दबाव बनाने लगा। इसका उसने कड़ा विरोध किया, जिसके लिए उसने कई धमकियां दीं। उसने आरोप लगाया कि पति उसका उत्पीड़न कर रहा है। इससे आजिज हो उसने पुलिस से गुहार लगाई, जिस पर पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पीड़िता का कहना है कि इस तरह महिलाओं के चरित्र का हनन करने वालों के खिलाफ वह चुप नहीं बैठेगी। थानाध्यक्ष डीएल वर्मा ने बताया कि महिला की तहरीर के बाद उसके पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह मुकदमा विवाह संरक्षण अधिनियम अध्यादेश 2018 के तहत दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि अध्यादेश आने के बाद देश में दर्ज हुआ यह पहला मामला है।